वैक्सीन को लेकर सरकार लगातार जागरुकता अभियान चला रही है. सरकार इस साल दिसंबर तक सभी व्यस्कों को वैक्सीन देने का टारगेट लेकर चल रही है इस बीच एक सर्वे बताता है कि देश में अब भी 33 करोड़ व्यस्क हैं जो वैक्सीन को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं.
सरकार वैक्सीन को लेकर कई तरह की अफवाहों पर बयान जारी कर चुकी है. वैक्सीन को लेकर लोगों के मन में उठ रहे वहम को दूर करने की कोशिश की है लेकिन सर्वे एजेंसी लोकल सर्किल ने अपनी रिपोर्ट में यह बताया है कि लोगों के मन में अब भी सवाल है.
सरकार वैक्सीन लगाने में नये रिकार्ड कायम कर रही है . 21 जून को देश में रिकॉर्ड 86 लाख 16 हजार लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई गयी. एक दिन में अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा रहा. अब तक करीब तीस करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है.
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कोरोना की नयी लहर चर्चा में है. कोरोना संक्रमण का नया डेल्टा स्ट्रेन भी कई शहरों में फैल रहा है.कई राज्यों में डेल्टा प्लस वेरिएंट के मामले भी सामने आय हैं.डेल्टा प्लस वेरिएंट से कई लोगों की मौत की भी खबर है. महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश में मौत के मामले सामने आये हैं. कोरोना के नये वेरिएंट को उन लोगों ने मात दे दी है जिन्होंने वैक्सीन लिया है. सर्वे में उन लोगों को शामिल किया गया जिन्होंने अबतक वैक्सीन नहीं ली.
सर्वे में देश के 279 जिलों से 9 हजार प्रतिक्रियाएं मिलीं. सर्वे में शामिल लोगों में 65% पुरुष थे जबकि 35% महिलाएं थीं. इसमें सभी वर्गों को शामिल किया गया. शहर और गांव की आबादी को भी सर्वे में जगह दी गयी है. इस सर्वे में 29 प्रतिशत लोगों ने माना है कि वो वैक्सीन का इंतजार कर रहे हैं और मिलने पर वैक्सीन लेने में उन्हें कोई परेशानी नहीं है. वैक्सीन नये वेरिएंट पर कितनी कारगर है वह इसका इंतजार कर रहे हैं यह कहने वाले लोगों का प्रतिशत 24 था. 33 करोड़ व्यस्क आबादी में अभी भी वैक्सीन लगवाने को लेकर हिचकिचाहट. 20 करोड़ ने कहा कि जल्द ही वैक्सीन लगवाएंगे.
सर्वे में सरकार से जागरुकता अभियान को तेज करने की अपील की गयी है. देश में नये वेरिएंट और नयी लहर का खतरा है.ऐसे में लोगों के मन में अगर वैक्सीन को लेकर सवाल हैं, भ्रम हैं तो उन सावलों को और भ्रम को दूर करना बेहद जरूरी है.
कई मामले सामने आये हैं जिनमें वैक्सीन लगा चुके लोगों को भी कोरोना संक्रमण हो गया है. इन मामलों में ज्यादातर उनकी सेहत पर गहरा असर नहीं पड़ा. अगर देश में वैक्सीनेशन के तय लक्ष्य को हासिल करना है तो रोजोना 50 लाख से ज्यादा डोज देकर इसे हासिल किया जा सकता है.