नये साल में कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल की इजाजत मिली गयी है. पहले चरण में तीन करोड़ लोगो का वैक्सीनेशन किया जाना है. देश कबतक कोरोना से सुरक्षित हो जायेगा, कितने लोगों को वैक्सीन मिलने के बाद राहत मिलेगी. यह बड़ा सवाल है.
सभी के मन में सवाल है कि कोरोना से कब तक छुटकारा मिलेगा जिंदगी कबतक सामान्य होगी. आज एक टीवी चैनल से बातचीत में फोर्टिस के डॉ अशोक सेठ ने इसी सवाल का जवाब देने की कोशिश की है उन्होंने स्पष्ट कर दिया है देश में जबतक 70 फीसद से ज्यादा लोगों को कोरोना की वैक्सीन नहीं लग जाती यह खतरा टलेगा नहीं. देश में अगर 70 फीसद लोगों की वैक्सीनेशन हो जाती है, तो देश राहत की सांस ले सकता है.
क्या मुफ्त में मिलेगी वैक्सीन
वैक्सीन मुफ्त में मिलेगी या इसके पैसे लगेंगे. केंद्रीय मंत्री ने पहले यह स्पष्ट किया कि सिर्फ दिल्ली में नहीं देशभर में वैक्सीन मुफ्त मिलेगी. कुछ देर बात उन्होंने एक ट्वीट कर जानकारी दी कि “फ्री वैक्सीन सिर्फ उन्हीं लोगों को दी जाएगी जो हेल्थ वर्कर और फ्रंटलाइन वर्कर हैं. ऐसे लोगों की संख्या करीब तीन करोड़. बाकी लोगों को वैक्सीन कैसे लगेगी इस पर जुलाई तक फैसला होगा.
क्या हो सकती है कीमत
कोरोना वैक्सीन की कीमत कितनी होगी. भारत सरकार सीरम इंस्टिट्यूट से 200 रुपये एक डोज की कीमत पर खरीद रही है यानि दो डोज के 400 रुपये लग रहे हैं. बताया जाता है कि यह कीमत सिर्फ भारत सरकार के लिए है. अगर कोई प्राइवेट कंपनी वैक्सीन खरीदती है, तो 7000 रुपये से 1 हजार तक का एक डोज मिलेगा.
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साइड इफैक्ट को लेकर डर
कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद इसके साइड इफैक्ट हो सकते हैं. किसी भी तरह की वैक्सीनेशन के बाद इसके साइड इफैक्ट संभव है उसी तरह कोरोना की वैक्सीनेशन के वक्त भी इसके साइड इफैक्ट हो सकते हैं. ट्रायल के वक्त कोई खास परेशानी नहीं हुई अब जब सबको डोज मिलने लगेगा तो इसे लेकर स्थिति और स्पष्ट होगी.