Corona Vaccine In India: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव (TS Singh Deo) ने भारत बॉयोटेक के कोरोना वैक्सीन – कोवैक्सीन (Covaxin) पर सवालिया निशान लगा दिया है. शनिवार को उन्होंने कहा कि कोवैक्सीन की उपयोग की नुमति नहीं दी जानी चाहिए क्योंकि इसका परीक्षण अभी पूरा नहीं हुआ है और अंतिम परिणाम की प्रतीक्षा है.
उन्होंने कहा कि कोवैक्सीन के फेज 3 के ट्रायल की प्रक्रिया चल रही है. ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ़ इंडिया ने टीके को आपातकालीन उपयोग की अनुमति दी है. जब तक इसके पूर्ण परिणाम नहीं निकलते, तब तक इसके उपयोग से बचा जाना चाहिए. छत्तीसगढ़ में कोवैक्सीन के इस्तेमाल को लेकर पूछे जाने पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मेरी राय में, इसे राज्य में अनुमति नहीं दी जानी चाहिए, क्योंकि इस वैक्सीन को लेकर मैं आश्वस्त नहीं हूं.
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उन्होंने ये मांग भी रखी कि कोरोना महामारी के खिलाफ केंद्र सरकार को पूरे देश को वैक्सीन उपलब्ध करानी चाहिए. बता दें कि कोवैक्सिन स्वदेशी कोविड -19 वैक्सीन है जिसे भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) के सहयोग से Bharat Biotech द्वारा निर्मित किया गया है. वैक्सीन को ह्यूमन ट्रायल के पहले और दूयरे फेज के परीक्षणों के लिए DCGI अनुमोदन प्राप्त हुआ था जुलाई, 2020 से पूरे भारत में ट्रायल किया गया था.
बता दें कि भारत बायोटेक के ‘कोवैक्सीन’ को लेकर पहले भी कई नेताओं ने सवाल उठा चुके हैं. कांग्रेस नेता शशि थरूर और जय राम रमेश ने बिना तीसरे चरण के परीक्षण के बिना कोवैक्सीन को देश में आपात उपयोग की मंजूरी देने पर मोदी सरकार पर हमला भी बोला था.