Corona Vaccine: कोरोना का कहर दुनिया के तमाम देशों पर अब भी जारी है. वहीं भारत समेत दुनियाभर के लोगों को कोरोना वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार है. वहीं बुधवार को ब्रिटेन ने को फाइजर-बायोएनटेक द्वारा तैयार कोरोना वैक्सीन (Covid-19 Vaccine) के इस्तेमाल की अनुमति दे दी. अमेरिका की फार्मा कंपनी फाइजर (Pfizer) और जर्मन बायाटेक फर्म बायोनटेक (BioNTech) मिलकर कोरोना वैक्सीन बनाई है, वहीं, भारत में केन्द्र सरकार ने लोगों को वैक्सीन देने की तैयारियां तेज कर दी है.
1- फाइजर-बायोएनटेक द्वारा तैयार कोरोना वैक्सीन को स्टोर करने के लिए -70 डिग्री के तापमान की आवश्यकता होती है. बिना कोल्ड स्टोरेज की सुविधा के इस वैक्सीन को ट्रांसपोर्ट भी नहीं किया जा सकता है.
2- ये वैक्सीन एमआरएनए टाइप की कोरोना वैक्सीन है। क्लिनिकल परीक्षण में यह मरीजों पर 95 फीसदी तक प्रभावी रही है.
3- जानकारी के मुताबिक फाइजर कंपनी 2020 में विश्व स्तर पर 50 मिलियन और 2021 तक 1.3 बिलियन वैक्सीन का उत्पादन करने जा रही है.
4- ब्रिटेन में Pfizer-BioNTech की वैक्सीन सबसे पहले वैसे लोगों को दी जायेगी, जिन्हें संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा है. ब्रिटेन के मेडिसिन्स ऐंड हेल्थकेयर प्रॉडक्ट्स रेग्युलेटरी अथॉरिटी (MHRA) ने वैक्सीन के इस्तेमाल की मंजूरी दी है.
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स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा था कि उसने कभी नहीं कहा है कि पूरी जनसंख्या को टीका लगाया जाएगा सिर्फ उतनी ही आबादी का टीकाकरण किया जाएगा, जिससे कोरोना संक्रमण की कड़ी टूट जाए. स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा कि उसने कभी नहीं कहा है कि पूरी जनसंख्या को टीका लगाया जाएगा.