Corona Vaccine: भारत समेत दुनियाभर के लोगों को कोरोना वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार है. वहीं बुधवार को ब्रिटेन ने को फाइजर-बायोएनटेक द्वारा तैयार कोरोना वैक्सीन (Covid-19 Vaccine) के इस्तेमाल की अनुमति दे दी. भारत में भी लोगों के मन सबसे बड़ा सवाल यही है कि देश में कोरोना वैक्सीन कब तक आयेगा. इसको लेकर दिल्ली AIIMS के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने जानकारी दी है.
In India, we now have vaccines which are in their final trial stage. Hopeful that by the end of this month or early next month we should get emergency use authorisation from Indian regulatory authorities to start giving vaccine to public: Dr Randeep Guleria, Director,AIIMS Delhi pic.twitter.com/rk3HllDAYp
— ANI (@ANI) December 3, 2020
डॉ रणदीप गुलेरिया ने गुरूवार को कहा कि भारत में, अब हमारे पास वैक्सीन हैं जो उनके ट्रयाल अंतिम चरण में हैं. उम्मीद है कि इस महीने के अंत तक या अगले महीने की शुरुआत में हमें आपातकालीन उपयोग के लिए लोगों को वैक्सीन देना शुरू कर सकेंगे. फाइजर-बायोएनटेक वैक्सीन पर उन्होंने कहा कि उपलब्ध डेटा के अनुसार ये अच्छी बात है कि वैक्सीन बहुत सुरक्षित हैं. ये अच्छी खबर है कि एक वैक्सीन को इतने कम समय में मंजूरी मिल गई है.
उन्होंने आगे कहा कि ब्रिटेन में वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभावकारिता बिल्कुल भी समझौता नहीं किया गया है. 70 से 80 हजार वालिंटियर को वैक्सीन दिया गया जिनपर कोई महत्वपूर्ण गंभीर प्रतिकूल प्रभाव नहीं देखा गया. डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा कि वैक्सीन से मृत्युदर में कमी आएगी और बड़ी आबादी को वैक्सीन लगाने से हम वायरस के प्रसार की चेन को तोड़ पाएंगे. डेटा से पता चलता है कि फाइजर वैक्सीन अल्पावधि में सुरक्षित है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा था कि उसने कभी नहीं कहा है कि पूरी जनसंख्या को टीका लगाया जाएगा सिर्फ उतनी ही आबादी का टीकाकरण किया जाएगा, जिससे कोरोना संक्रमण की कड़ी टूट जाए. स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा कि उसने कभी नहीं कहा है कि पूरी जनसंख्या को टीका लगाया जाएगा.