कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि अमेरिकन कंपनी ने कोरोना वायरस के लिए Pfizer बनायी जो कोरोना से लड़ने के लिए 90 फीसदी तक कारगर है लेकिन अब सवाल है कि इसे देश के हर एक व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार के पास क्या रणनीति है. वैक्सीन को भारतीय नागरिकों के लिए उपलब्ध कराने के लिए लॉजिस्टिक को जोड़ने की जरूरत है. केंद्र सरकार को वैक्सीन वितरण रणनीति को परिभाषित करना चाहिए.
राहुल ने ट्वीट कर कहा की “भले ही फाइजर ने एक आशाजनक टीका बनाया है, लेकिन इसे हर भारतीय को उपलब्ध कराने के लिए लॉजिस्टिक्स पर काम करने की जरूरत है. भारत सरकार ने एक वैक्सीन वितरण रणनीति को परिभाषित किया है और यह प्रत्येक भारतीय तक कैसे पहुंचेगी, इससे पहले भी राहुल गांधी कोरोना संकट, लॉकडाउनम, कोरोना टेस्ट जैसे मुद्दों पर अपनी बात रख चुके हैं.
कोविड-19 को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय का वैक्सीन प्रशासन के राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह घरेलू निर्माताओं और विदेशी निर्माताओं सहित सभी टीका निर्माताओं के साथ बातचीत कर रहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने यह जानकारी मंगलवार को दी.
अब तक कोविड-19 के 11.96 करोड़ से अधिक परीक्षण किये गये हैं. इनमें से पिछले सप्ताह करीब 11 नमूनों की जांच की गयी है. उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह के दौरान दैनिक सकारात्मकता दर 4.2% दर्ज की गयी.
सचिव राजेश भूषण ने कहा कि बिहार चुनाव प्रचार के दौरान केंद्रीय टीम ने पाया कि मास्क पहनना, सामाजिक गड़बड़ी और हाथ से सफाई करना संतोषजनक से कम थे. लेकिन, सुधारात्मक कार्रवाई बिहार द्वारा शुरू की गयी थी.
अमेरिका की फार्मास्युटिकल कंपनी Pfizer और जर्मन बायोटेक फर्म BioNTech का दावा है कि उनके द्वारा तैयार किये गये कोरोना वैक्सीन से लोगों को 90 प्रतिशत तक सुरक्षा मिलेगी. प्रारंभिक विश्लेषण के अनुसार विश्व का पहला कोरोना वायरस 90 प्रतिशत से ज्यादा कारगर है और यह वैक्सीन लोगों को कोविड 19 से ग्रसित होने से बचा सकता है.
Posted By: Pawan Singh