Corona Vaccine in India: भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है जहां कोरोना की चार वैक्सीन बनकर तैयार है. इन चार वैक्सिनों में कोविशील्ड, कोवैक्सीन, फाइजर और जायडस कैडिला शामिल है. इनमें से कोविशील्ड और कोवैक्सीन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिल गयी है. इसके अलावा और भी कई वैक्सीन के इस्तेमाल की मंजूरी मांगी गयी है. इसके लिए आवेदन किये गये हैं.
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शनिवार को कोविशील्ड को आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी मिलने के बाद खुशी जताते हुए कहा कि भारत शायद एकमात्र देश है जहां चार टीके तैयार हो रहे हैं. इनमें कोविशिल्ड और कोवैक्सिन भी शामिल हैं. कोविशिल्ड ऑस्ट्रॉक्सी वैक्सीन है, जिसे एस्ट्रजेनेका और पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा विकसित किया गया है.
कोवैक्सिन भारत की बायोटेक द्वारा आइसीएमआर के सहयोग से विकसित किया गया स्वदेशी टीका है. बता दें कि देश में लोगों के टीकाकरण के लिए कई राज्यों में ड्राई रन चलाये जा रहे हैं. भारत से पहले यूनाइटेड किंगडम ने फाइजर और एस्ट्रेजेनेका वैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मंजूरी दिया था. अमेरिका ने भी फाइजर की वैक्सीन को मंजूरी दे दी है.
देश वैक्सीन संख्या नाम
भारत 02 कोविशील्ड, कोवैक्सीन
ब्रिटेन 02 फाइजर, एस्ट्राजेनेका
अमेरिका 02 फाइजर, मॉडर्ना
चीन 01 सिनोफार्म
पाकिस्तान 01 सिनोफार्म
बांग्लादेश 01 एस्ट्राजेनेका
यूएइ 02 फाइजर, सिनोफार्म
बहरीन 01 फाइजर
कनाडा 01 फाइजर
रूस 01 स्पूतनिक वी
इस्राइल 01 फाइजर
स्विटजरलैंड 01 फाइजर
अर्जेंटीना 01 स्पूतनिक-वी
आयरलैंड 01 फाइजर
मोरक्को 02 सिनोफार्म, एस्ट्राजेनेका
फाइजर दुनिया की ऐसी पहली वैक्सीन जो महज 10 महीने में बन कर तैयार हुई
भले ही कोरोना वैक्सीन की डोज अमेरिका में अधिक लगे हों, लेकिन प्रति 100 व्यक्ति पर डोज के हिसाब से देखें, तो अपने नागरिकों को वैक्सीन लगवाने में इस्राइल सबसे आगे है.
कोरोना टीके की खुराक की संख्या प्रति 100 लोगों पर
दुनिया में अभी कुल 212 वैक्सीन पर चल रहा है काम
तीन फेज के ट्रायल के बाद टीके को मंजूरी देने वाला दुनिया का पहला देश है ब्रिटेन
चीन फेज-1 ट्रायल से पहले ही चार टीका, रूस फेज-3 ट्रायल से पहले दो वैक्सीन को दे चुका था मंजूरी
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अहमदाबाद में कैडिला हेल्थकेयर लिमिटेड द्वारा जैव प्रौद्योगिकी विभाग के सहयोग से निर्मित जायकॉव-डी
एनवीएक्स-कॉव2373 नोवावैक्स के सहयोग से सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा की जा रही है विकसित
एमआइटी, यूएस के सहयोग से बायोलॉजिकल ई-लिमिटेड, हैदराबाद द्वारा निर्मित
एचडीटी, यूएस के सहयोग से पुणे स्थित गेनोवा बायोफार्मास्युटिकल्स लिमिटेड द्वारा की जा रही विकसित
बायोटेक इंटरनेशनल लि. द्वारा थॉमस जेफरसन यूनिवर्सिटी, यूएस के साथ मिलकर बनायी जा रही एक और वैक्सीन
डॉ रेड्डीज लैब द्वारा रूस के वैक्सीन स्पुतनिक-वी का चल रहा है परीक्षण
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ब्रिटेन जटिल परिस्थितियों में अलग-अलग कोविड-19 के टीकों के मिक्सिंग की अनुमति देगा. हालांकि, अभी तक वैक्सीन को मिक्स कर दिये जाने पर इससे इम्युनिटी बढ़ने के कोई सबूत नहीं मिले हैं. जॉनसन सरकार का कहना है कि वैक्सीन की खुराक के आउट ऑफ स्टॉक होने पर इसका इस्तेमाल किया जा सकता है.
Posted by: Pritish Sahay