Corona vaccine news : भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच रूसी वैक्सीन को लेकर राहत की खबर आई है. रूस में कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक V बनाने वाली सरकारी कंपनी RDIF ने भारतीय फार्मास्यूटिकल कंपनी डॉक्टर रेड्डी के साथ 10 करोड़ वैक्सीन डोज तैयार करने के लिए करार साइन किया है. बता दें कि पिछले महीने रूस ने कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी (Sputnik V) को पब्लिक यूज करने की अनुमति दे दी थी, अब वहां आम लोगों को वैक्सीन का डोज दिया जा रहा है. स्पूतनिक वी कोरोनावायरस के इलाज के लिए दुनिया के पहले पंजीकृत वैक्सीन है.
बता दें कि खबरों के अनुसार Sputnik V वैक्सीन एडिनोवायरल वेक्टर प्लेटफॉर्म पर आधारित है और अगर इसका ट्रायल सफल होता है तो यह नवंबर तक भारत में उपलब्ध होगी. वहीं देश में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) द्वारा कोरोना वैक्सीन के दूसरे और तीसरे चरण के ट्रायल को मंजूरी मिल गई है. ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI)ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) को कोरोना वैक्सीन के दूसरे और तीसरे चरण के परीक्षणों(ट्रायल) को फिर से शुरू करने की अनुमति दी है. भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की वैक्सीन का ट्रायल कर रहा था, जिसे बाद में रोक दिया गया था.
बाता दें कि इससे पहले सीरम इंस्टीट्यूट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदार पूनावाला (Adar Poonawalla) ने कोरोना वायरस वैक्सीन प्रोडक्शन को लेकर बड़ी बात कही है. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के प्रमुख ने चेताया है कि कि साल 2024 से पहले दुनिया में हर किसी के लिए कोरोना वायरस वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) का निर्माण नहीं हो सकेगा. पूनावाला ने एक इंटरव्यू में बताया, दुनिया में सभी लोगों को कोरोना के वैक्सीन मिलने में चार से पांच साल लग जाएंगे. वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के अनुसार, कोरोना वैक्सीन अगले साल की पहली तिमाही तक आ सकती.
Posted by : Rajat Kumar