Mix 2 Covid Vaccine Shots देशभर में कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ रहे मामलों के बीच कोविड वैक्सीन की मांग बढ़ गयी है. कई राज्यों की सरकारों ने अपने यहां कोरोना वैक्सीन की किल्लत को लेकर लगातार अपनी परेशानी जाहिर की है. कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मामलों की रोकथाम के लिए देश में वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लाने की मांग भी जोर पकड़ रही है. इन सबके बीच, चर्चा जोर पकड़ रही है कि वैक्सीन की कमी को देखते हुए क्या दो अलग-अलग तरह की वैक्सीन को लगाने से वायरस की रोकथाम की जा सकती है. हालांकि, इसके नतीजों को लेकर अभी रिचर्स जारी है. वहीं, कुछ जगहों पर ऐसा प्रयोग किया जा रहा है, जिसके परिणाम भी सामने आने लगे है.
एक नई शोध के मुताबिक, कोविड-19 की दो अलग-अलग वैक्सीन की डोज मरीज को लगाने के बाद उसके साइड इफेक्ट्स थकावट, सिरदर्द देखने को मिला है. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोधार्थियों की ओर से किए एक रिसर्च को लेकर लैंसेट मेडिकल जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट में इस बारे में जानकारी शेयर की गयी है.
रिपोर्ट के मुताबिक, वैक्सीन के मिक्स डोज के प्रभाव को जानने के उद्देश्य से कुछ लोगों को पहली डोज एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन लगाई गई. फिर, चार हफ्ते बाद फाइजर कंपनी की वैक्सीन दूसरी डोज दी गई. रिचर्स में पाया गया कि ऐसे लोगों में हल्के साइड इफेक्ट दिखे, जो कम समय तक रहने के साथ ही घातक नहीं रहे. इसी तरह के नतीजे पहली डोज में फाइजर की वैक्सीन और दूसरी डोज में एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन डोज दिए जाने पर भी निकला.
ऑक्सफोर्ड पीडियाट्रिक्स व वैक्सीनोलॉजी प्रोफेसर मैथ्यू स्नेप जो वैक्सीन डोज मिक्सिंग ट्रॉयल का नेतृत्व भी कर रहे है, बताया कि ऐसा करने से रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ेगी या नहीं, इसे लेकर कुछ हफ्तों में परिणाम आएंगे. उन्होंने बताया कि दो अलग-अलग कोविड वैक्सीन की मिक्स डोज से सेफ्टी इशू को लेकर अभी तक कोई बात सामने नहीं आई नहीं है. वहीं, जो कुछ भी साइड इफेक्ट दिखे. हालांकि, वो ज्यादा दिनों तक नहीं रहा. उन्होंने कहा कि टीका लगने के अगले दिन थकान, सरदर्द जैसी समस्याओं के कारण काम नहीं करने की स्थिति बनने की बात सामने आयी है.
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