कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में भारत ने आज बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है और पूरे देश में शनिवार को एक साथ दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गयी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी विधिवत शुरुआत की.
टीकाकरण अभियान की शुरुआत में सबसे पहले 30 करोड़ लोगों को कोरोना का टीका दिया जाएगा. लेकिन सबसे बड़ी बात है कि कोरोना का जो लोग टीका लगा रहे हैं, उन्हें करीब डेढ़ महीने तक खुद को सुरक्षित रखना होगा. विशेषज्ञों ने बताया कि पहला डोज लगने के बाद दूसरा डोज एक महीने बाद लगाया जाएगा. उसके 14 दिनों के बाद तक वैक्सीन लेने वाले में हर्ड इम्युनिटी डेवलप होगा.
विशेषज्ञों ने बताया कि इस दौरान वैक्सीन लेने वाले को कोरोना गाइडलाइन का सख्ती के साथ पालन करना होगा. कोई भी कमी रह जाने की स्थिति में वैक्सीन विफल हो सकती है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने संबोधन के दौरान लोगों का ध्यान इस ओर दिलाया है. उन्होंने कहा, टीके की दो खुराक लेनी बहुत जरूरी है और इन दोनों के बीच लगभग एक महीने का अंतर होना चाहिए. उन्होंने टीका लेने के बाद भी लोगों से कोरोना संबंधी सभी दिशा-निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया और दवाई भी, कड़ाई भी का मंत्र दिया.
पीएम मोदी ने कहा, मैं ये बात फिर याद दिलाना चाहता हूं कि कोरोना वैक्सीन की दो डोज लगनी बहुत जरूरी है. उन्होंने आगे कहा, दूसरा डोज लगने के बाद ही शरीर में कोरोना के खिलाफ जरूरी शक्ति विकसित होगी.
गौरतलब है कि सरकार के मुताबिक, सबसे पहले एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले करीब दो करोड़ कर्मियों और फिर 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को टीके की खुराक दी जाएगी. बाद के चरण में गंभीर रूप से बीमार 50 साल से कम उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा. स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों पर टीकाकरण का खर्च सरकार वहन करेगी.
Also Read: कोरोना वैक्सीन को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बताया संजीवनी, कहा, अफवाहों पर न दें ध्यान
Posted By – Arbind kumar mishra