कोरोना संक्रमण से लड़ाई के लिए वैक्सीनेशन का आज तीसरा दिन है. अब तक कुल 3,81,305 लोगों को वैक्सीन लगाई गई है ये आंकड़े शाम के 5 बजे तक के हैं. कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर साइड इफेक्ट की भी जानकारी दी गयी है.
अब तक कुल 3,81,305 लोगों को वैक्सीन लगाई गई है ये आंकड़े शाम के 5 बजे तक के हैं: डॉ मनोहर अगनानी, अतिरिक्त सचिव, स्वास्थ्य मंत्रालय #CoronaVaccine https://t.co/ngy0AYcWkG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 18, 2021
अब तक इससे दो मृत्यु रिपोर्ट हुई है, एक व्यक्ति मुरादाबाद का है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनसार उसकी मृत्यु वैक्सीन से नहीं हुई. दूसरा व्यक्ति कनार्टक का है और उसका आज पोस्टमार्टम किया जा रहा है. कोरोना टीकाकरण के बाद अब तक 580 लोगों में प्रतिकूल प्रभाव रिपोर्ट हुआ है जिसमें से 7 लोग अस्पताल में भर्ती हैं.
इस संबंध में जानकारी देते हुए डॉ मनोहर अगनानी( अतिरिक्त सचिव, स्वास्थ्य मंत्रालय ) ने बताया आज आंध्र प्रदेश में आज 9,758,अरुणाचल प्रदेश में 1,054,असम में 1,872, बिहार में 8,656,छत्तीसगढ़ में 4,459, दिल्ली में 3,111, हरियाणा में 3446,हिमाचल प्रदेश में 2,914, जम्मू-कश्मीर में 1,139,झारखंड में 2,687,कनार्टक में 36,888 लोगों को टीका लगाया गया.
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कोरोना वैक्सीनेशन की प्रक्रिया दूसरे दिन छह राज्यों में चली. दो दिनों तक चले इस अभियान में 2,24,301 लोगों को वैक्सीन दिया जा चुका था. छह राज्यों में आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश , तमिलनाडू , कर्नाटक, केरल और मणिपुर शामिल थे.
दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान के तहत पहले दिन लगभग दो लाख स्वास्थ्यकर्मियों और सफाईकर्मियों को टीके की पहली खुराक दी गई थी. भारत में करीब एक करोड़ लोगों के संक्रमित होने और 1,52,093 लोगों की मौत के बाद देश ने ‘कोविशील्ड’ और ‘कोवैक्सीन’ टीके के साथ महामारी को मात देने के लिए पहला कदम उठाया है. टीकाकरण के पहले दिन 3,352 केंद्रों पर 1,91,181 स्वास्थ्यकर्मियों और सफाईकर्मियों को टीके की पहली खुराक दी गई थी.
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पूरे भारत में बड़े पैमाने पर टीकाकरण का रास्ता साफ करते हुए भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने इस महीने की शुरुआत में ऑक्सफोर्ड /एस्ट्रेजेनेका द्वारा विकसित और सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ‘कोविशील्ड’ एवं भारत बायोटेक द्वारा विकसित स्वदेशी ‘कोवैक्सीन’ टीके के आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी थी.