भारत में कल से शुरू होगा वैक्सीनेशन का सबसे बड़ा अभियान, नार्वे में 13 लोगों की मौत के बाद साइड इफेक्ट को लेकर चिंता
भारत में 16 जनवरी से कोरोना वायरस का वैक्सीन दिया जाना है, तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है. सरकार ने टीकाकरण अभियान को लेकर पूरी तैयारी कर ली है. साथ ही वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स से निटपने के लिए भी पूरी तैयारी की गयी है. आज एक खबर नार्वे से आयी जिसमें फाइजर वैक्सीन दिये जाने के बाद 13 लोगों की मौत हो गयी है.
भारत में 16 जनवरी से कोरोना वायरस का वैक्सीन दिया जाना है, तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है. सरकार ने टीकाकरण अभियान को लेकर पूरी तैयारी कर ली है. साथ ही वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स से निटपने के लिए भी पूरी तैयारी की गयी है. आज एक खबर नार्वे से आयी जिसमें फाइजर वैक्सीन दिये जाने के बाद 13 लोगों की मौत हो गयी है.
नार्वे में 4 जनवरी 2021 से फाइजर की कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण का काम शुरू हुआ है. देश में अब तक 33 हजार लोगों को वैक्सीन लगायी जा चुकी है. सूत्रों की मानें तो कुल 23 लोगों की मौत कोरोना वैक्सीन लगाने से हुई है. उनमें 13 लोगों के बारे में आधिकारिक पुष्टि की गयी है.
वैक्सीन से होने वाले साइड इफैक्ट
वैक्सीन से होने वाले साइड इफैक्ट की बात सभी कंपनियों ने मानी है. कंपनियों ने बताया है कि इस टीके से बुखार-सिरदर्द सहित कई तरह की शिकायतें आ सकती हैं. दुनिया भर में कई तरह की वैक्सीन हैं. कई देश अलग- अलग वैक्सीन की मदद से कोरोना को मात देने में लगे हैं.
चीन में बनी साइनोफार्मा की वैक्सीन (Sinopharm COVID-19 vaccine) को दुनिया में सबसे ज्यादा असुरक्षित माना जा रहा है. इस वैक्सीन से 73 से ज्यादा साइड इफेक्ट होने की आशंका जाहिर की गयी है. चीन के डॉक्टर ताओ लिना (Tao Lina) ने यह जानकारी दी है जिसे डेली मेल ने प्रकाशित किया है.
दुनिया में वैक्सीन की स्थिति, कहां कितने लोगों को मिला वैक्सीन
दुनियाभर में कोरोना वैक्सीन का डोज लगना शुरू हो गया है. एक आंकड़े के मुताबिक अबतक करीब 3.25 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है. इन आंकड़ों में जो देश सबसे आगे है वह है अमेरिका है. अगर अमेरिका में अबतक के हुए वैक्सीनेशन पर गौर करें तो पायेंगे कि अमेरिका में अब तक 1.08 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है.
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चीन इस आंकड़े में दूसरे नंबर पर है जहां एक करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है. ब्रिटेन में अबतक 30 लाख लोगों को वैक्सीन दिया गया है. इसके अलावा यूएई में 14 लाख लोगों को, इटली में 8.85 लोगों को रूस में 8 लाख जर्मनी में 7.58 लाख लोग कनाडा में 4.19 लाख, पोलैंड में 4.19 लाख, फ्रांस में 2.47 लाख, मैक्सिको में 1.92 लाख, सऊदी अरब में 1.78 लाख, अर्जेंटीना में 1.66 लाख, रोमानिया में 1.54 लाख और डेनमार्क में 1.18 लोगों को वैक्सीन दिया जा चुका है.
भारत में टीकाकरण की तैयारी
भारत में भी 16 जनवरी से लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जानी है. भारत में दी जाने वाली वैक्सीन के साइड इफेक्ट क्या है. इससे कितना सावधान रहने की जरूरत है और किन बातों का विशेष ध्यान रखना है यह आपके लिए जानना जरूरी है ताकि इन खबरों के बीच आप सतर्क रहें और भारत की वैक्सीन के साइड इफेक्ट को समझ सकें.
क्या हो सकते हैं वैक्सीन के साइट इफेक्ट
कोविशील्ड ने बताया है कि इस वैक्सीन से इंजेक्शन लगने वाली जगह पर दर्द और सूजन, सिर दर्द, थकान, मांसपेशियों में दर्द, बेचैनी, पायरेक्सिया, बुखार, जोड़ों में दर्द और मतली महसूस होना. अगर तकलीफ ज्यादा हो तो ऐसे लक्षण दिखने पर पैरासिटामोल जैसी आम पेनकिलर दिये जाने की सलाह दी है.
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कोवैक्सीन के साइट इफेक्ट
भारत में दो तरह की वैक्सीन का इस्तेमाल हो रहा है भारत बायोटेक की कोवैक्सीन देने पर इंजेक्शन लगाने वाली जगह पर दर्द-सूजन, सिर दर्द, थकान, बुखार, शरीर दर्द, पेट दर्द, मितली और उल्टी, चक्कर आना, कंपकंपी, खांसी जैसी समस्या हो सकती है.