कोरोना वैक्सीन का इंतजार कर रहे लोगों के लिए एक निराशाजनक खबर हैजॉनसन एंड जॉनसन ने अपने कोरोनोवायरस वैक्सीन के ट्रायल को पर फिलहाल रोक लगा दिया है क्योंकि वैक्सीन के ट्रायल के दौरान जिन लोगो पर इसका परीक्षण किया गया है, उनमें अस्पष्ट बीमारी लक्षण दिखाई दे रहे हैं. रायटर की रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार को कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि एक प्रतिभागी में अस्पष्टीकृत बीमारी के लक्षणों के कारण कंपनी ने अपना ट्रायल अस्थायी तौर पर रोक दिया है.
जॉनसन एंड जॉनसन की ओर से जारी बयान में कहा गया कि कि प्रतिभागी की बीमारी की समीक्षा और उसका मूल्यांकन एक स्वतंत्र डेटा और सुरक्षा निगरानी बोर्ड के साथ-साथ कंपनी के क्लिनिकल और सुरक्षा चिकित्सक कर रहे हैं. साथ ही बताया गया कि जब भी ऐसे बड़े ट्रायल होते हैं तब अस्थायी तौर पर ट्रायल पर रोक लगाना आम बात है. इस बार 10,000 लोगों पर ट्रायल किया जा रहा है.
जॉनसन एंड जॉनसन भी एस्ट्राजेनेका पीएलसी की तरह है क्योंकि इस वैक्सीन नें भी अपने अंतिम चरण के ट्रायल में रोक लगा दी थी. हालांकि कंपनी ने यह भी कहा कि रेगुलेटरी बोर्ट को इस ट्रायल रोकने से कोई मतलब नहीं है. बता दें कि जॉनसन एंड जॉनसन ने पिछले महीने ही पाया था कि उसके द्वारा बनायी गयी वैक्सीन कोरोना के खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में काफी असरदार है.
बता दें कि देश में जल्द ही कोरोना वायरस संक्रमण के इलाज के लिए कोविड-19 के टीके की आपूर्ति जल्द ही शुरू होने वाली है, क्योंकि सरकार ने टीके को सुरक्षित रखने के लिए कोल्ड स्टोरेज की तलाश करना शुरू कर दिया है. खबर है कि कोविड-19 का टीका कुछ ही महीनों में उपलब्ध होने की संभावना के बीच सरकार ने व्यापक स्तर पर कोल्ड स्टोरेज की पहचान करना शुरू कर दिया है, ताकि देशभर में टीका मुहैया कराया जा सके.
एक राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह दवा क्षेत्र, खाद्य प्रसंस्करण और कृषि क्षेत्र की निजी और सरकारी कंपनियों से इनके लिए बात कर रहा है. साथ ही, घर पर खाना डिलीवरी करने वाली स्विगी और जोमैटो जैसी कंपनियों के भी संपर्क में है. इस पूरी कवायद का मकसद तालुका स्तर पर रेफ्रिजरेटरों और कोल्ड स्टोरेज आदि की व्यवस्था करना है, जो टीके का भंडारण और वितरण कर सकें.
Posted By: Pawan Singh