Coronavirus Vaccine Impact, Infection Rate After first dose नयी दिल्ली : कोरोना से जंग में टीकाकरण बड़ा हथियार साबित हो रहा है. केंद्र सरकार के मुताबिक, अब तक जिन 1.74 करोड़ लोगों ने टीके की दोनों डोज ली है, उनमें महज 5,500 लोग संक्रमित पाये गये हैं. वहीं, टीके की केवल पहली डोज लेनेवाले सिर्फ 21000 लोग संक्रमित हुए हैं. देश में दोनों टीके (कोवैक्सीन और कोविशील्ड) की तकरीबन 13 करोड़ डोज लगायी जा चुकी हैं, जो दुनिया में सबसे तेज है.
आइसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि देश में अब तक कोवैक्सीन की 1.1 करोड़ खुराकें दी गयी हैं. इनमें से 93 लाख लोगों को पहली खुराक दी गयी, जिसमें 4,208 लोग (0.04 प्रतिशत) लोग संक्रमित मिले. यानी प्रति 10,000 की आबादी पर मात्र चार. 17,37,178 लोगों ने इस टीके की दूसरी खुराक ली है और उनमें से 695 लोग (0.04 प्रतिशत) ही संक्रमित हुए हैं.
दूसरी तरफ कोविशिल्ड की 11.6 करोड़ खुराकें अब तक दी गयी हैं. 10 करोड़ से अधिक लोगों को पहली खुराक दी गयी, जिनमें से 17,145 संक्रमित हुए. यानी प्रति 10,000 लोगों में से केवल दो. करीब 1,57,32,754 व्यक्तियों ने इस टीके की दूसरी खुराक ली है. उनमें से 5,014 (0.03 प्रतिशत) संक्रमित हुए. यानी प्रति 10,000 पर सिर्फ तीन.
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) ने कहा कि देश में निर्मित कोविड टीका ‘कोवैक्सिन’ कोरोना वायरस के कई प्रकारों (वैरिएंट) को निष्प्रभावी करता है. दो बार उत्परिवर्तित (डबल म्यूटेंट) वैरिएंट के खिलाफ भी यह प्रभावी है. आइसीएमआर ने अपने अध्ययन के हवाले से कहा कि ब्राजील वैरिएंट, यूके वैरिएंट और दक्षिण अफ्रीकी वैरिएंट पर भी यह टीका असरदार है. उसने कहा कि वायरस का यह प्रकार भारत के कुछ राज्यों के साथ कई अन्य देशों में पाया गया है.
कोवैक्सीन : 1.1 करोड़ डोज
कोविशील्ड : 11.6 करोड़ डोज
पहली 93,56,4364208
दूसरी 17,37,178695
पहली 10,03,02,74517145
दूसरी 15,732,7545014
बच्चे कम आ रहे चपेट में
आयु वर्ग संक्रमण के मामले
30 से ऊपर69.18 %
20-3019.35%
10 -208.50 %
10 से कम2.97 %
146 जिलों में संक्रमण दर 15 प्रतिशत से अधिक
274 जिलों में संक्रमण दर 05-15 प्रतिशत के बीच
85% रिकवरी दर, मृत्यु दर 1.17 %
केंद्र सरकार ने कहा कि कोविड टीकों का उत्पादन बढ़ाने और उन्हें कम से कम समय में उपलब्ध कराने के लिए प्रयास जारी है. बायोटेक्नोलॉजी विभाग की सचिव रेणु स्वरूप ने कहा कि जाइडस कैडिला का डीएनए टीका, बायोलॉजिकल ई का प्रोटीन सबयूनिट, जननोवा का एमआरएनए और भारत बायोटेक का एकल खुराक वाला टीका क्लिनिकल परीक्षण में काफी आगे के चरण में हैं. उन्होंने कहा कि इन टीका उम्मीदवारों को 400 करोड़ रुपये की सहायता मुहैया करायी जा रही है. सरकार ने एक मई से 18 वर्ष के ऊपर के सभी लोगों को टीका लगाने की मंजूरी दी है.
टीके संक्रमण के जोखिम को कम करते हैं. मौत के मामले और गंभीर संक्रमण को रोकते हैं.
बलराम भार्गव, महानिदेशक, आइसीएमआर