इन 14 स्टेशन पर खड़े किये गये हैं कोविड केयर कोच
पूर्वोत्तर रेलवे ने उत्तर प्रदेश के 14 रेलवे स्टेशनों पर कोविड केयर रेलवे कोच खड़े किए हैं. प्रत्येक स्टेशन पर कोविड-19 के संदिग्ध रोगियों के लिये दस-दस कोच लगाये गये है, जबकि डाक्टरों व नर्सिंग स्टाफ के लिये एक-एक अतिरिक्त एसी कोच और सामान आदि रखने के लिये एक एसएलआर कोच लगाया गया है .
लखनऊ : पूर्वोत्तर रेलवे ने उत्तर प्रदेश के 14 रेलवे स्टेशनों पर कोविड केयर रेलवे कोच खड़े किए हैं. प्रत्येक स्टेशन पर कोविड-19 के संदिग्ध रोगियों के लिये दस-दस कोच लगाये गये है, जबकि डाक्टरों व नर्सिंग स्टाफ के लिये एक-एक अतिरिक्त एसी कोच और सामान आदि रखने के लिये एक एसएलआर कोच लगाया गया है .
प्रदेश के मऊ जिले में इन कोविड केयर कोच में संदिग्ध रोगियों की भर्ती भी शुरू हो गई है. मऊ स्टेशन पर अब तक 59 संदिग्ध रोगी भर्ती किये गये थे जिनमें से 20 को उपचार के बाद छुटटी भी दे दी गयी है, मंगलवार को इन ‘आइसोलेशन कोविड केयर कोच’ में 39 रोगी भर्ती हैं. इन रोगियों की देखभाल, चिकित्सा उपचार और खाने पीने का इंतजाम उप्र सरकार कर रही है.
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने मंगलवार को ”भाषा” से एक विशेष बातचीत में बताया, ‘‘उप्र शासन के निर्देश पर पूर्वोत्तर रेलवे ने प्रदेश के चौदह रेलवे स्टेशनों पर दस-दस कोविड केयर कोच, एक-एक एसी कोच और एक-एक एसएलआर (पार्सल) कोच खड़े कर दिये हैं.
इन रेलवे स्टेशनों में मऊ, गोरखपुर, वाराणसी शहर, गोंडा, बरेली शहर, मरूवाडीह, बलिया, गाजीपुर शहर, आजमगढ़, नौतनवा, फर्रूखाबाद, भटनी :देवरिया:, बहराइच और कासगंज है, इसके अलावा देवरिया सदर के लिये लाया गया कोच अभी भटनी में खड़ा है जल्द ही इसे देवरिया सदर स्टेशन पर लगा दिया जायेगा तब यह संख्या 14 से बढ़ कर 15 हो जायेगी.”
प्रत्येक आइसोलेशन कोच में आठ-आठ केबिन हैं और एक केबिन में दो-दो संदिग्ध मरीज रखे जा सकते हैं. इस तरह एक कोच में 16 रोगी और एक रेलवे स्टेशन पर एक साथ 160 रोगी रखे जा सकते हैं.
प्रत्येक केबिन में खिड़कियों पर मच्छरदानी लगी है और पंखे और लाइट की समुचित व्यवस्था है. सुरक्षा व सफाई मोर्चे पर खुद रेलवे प्रशासन मुस्तैद है जबकि चिकित्सा से जुड़ी व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी जिला स्वास्थ्य विभाग की है. कोच तक पहुंचने के लिए अलग से रास्ता आरक्षित किया गया है ताकि आमजन वहां ना पहुंचें. इसी विशेष रास्ते का उपयोग चिकित्सा टीम व अन्य कर्मचारी भी करेंगे. सीपीआरओ पंकज सिंह ने बताया कि अभी तक केवल मऊ में इन आइसोलेशन कोच का इस्तेमाल किया जा रहा है.
मऊ में कोविड केयर आइसोलेशन कोच में 20 जून को जिला प्रशासन ने कोविड-19 के 42 संदिग्ध रोगी और 21 जून को 17 लोग को भर्ती किया था. जिनमें से 20 रोगी को 22 जून को छुट्टी दे दी गई जबकि 39 संदिग्ध रोगी अभी भी कोच में भर्ती हैं. उन्होंने बताया कि सभी रोगियों का उपचार स्वास्थ्य विभाग कर रहा है, रेलवे ने केवल आइसोलेशन कोच उपलब्ध करायें है . सीपीआरओ ने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे ने 217 कोच को कोविड केयर कोच के रूप में परिवर्तित कर लिया है सरकार जहां मांग करेगी इन कोचों को उपलब्ध करा दिया जायेगा.
Posted By – Pankaj Kumar Pathak