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घरों में कुछ इस तरह मना जन्माष्टमी का त्योहार

राजस्थान में जन्माष्टमी का पर्व लोग घरों में ही रहकर हर्षोल्लास, उत्साह और धूमधाम से मना रहे हैं. कोरोना वायरस महामारी के चलते सभी प्रमुख मंदिरों के बंद होने के कारण जहां लोगों में मायूसी है वहीं शहर के कुछ मंदिर प्रशासन की ओर से डिजिटल दर्शन के लिये विशेष व्यवस्था की गई है .

By Agency | August 12, 2020 6:54 PM

जयपुर : राजस्थान में जन्माष्टमी का पर्व लोग घरों में ही रहकर हर्षोल्लास, उत्साह और धूमधाम से मना रहे हैं. कोरोना वायरस महामारी के चलते सभी प्रमुख मंदिरों के बंद होने के कारण जहां लोगों में मायूसी है वहीं शहर के कुछ मंदिर प्रशासन की ओर से डिजिटल दर्शन के लिये विशेष व्यवस्था की गई है .

जयपुर के आराध्यदेव गोविंद देव जी के मंदिर में जन्माष्टमी के पर्व पर प्रशासन की ओर से मंदिर को विशेष रूप से सजाया गया है. अर्धरात्रि को विधिवत पूजा और मंत्रोच्चार के साथ भगवान कृष्ण का अभिषेक करवाया जायेगा. आमजन का मंदिर में प्रवेश बंद होने के कारण लोगों ने आनलाइन गोविंद देव जी के दर्शन करके विशेष झांकियों का आनंद उठाया. शहर के मानसरोवर, जगतपुरा स्थित इस्कान मंदिर को विशेष रूप से सजाया गया है.

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मंदिरों में अर्धरात्रि को भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव विधिवत मनाया जायेगा. कोरोना वायरस संक्रमण महामारी के चलते देश विदेश में विख्यात रींगस स्थित खाटू श्याम का मंदिर बंद है. कल रात से मंदिर के आसपास के बाजारों में भी शून्य यातायात घोषित कर दिया गया. खाटूश्याम जी थाने की थानाधिकारी पूजा पूनियां ने बताया कि कल रात मंदिर के आसपास से आठ लोगों के संक्रमित पाये जाने के बाद आसपास के बाजारों में भी श्रृद्धालुओं के प्रवेश पर आगामी आदेश तक प्रतिबंध लगा दिया गया है.

उन्होंने बताया कि मंदिर के आसपास के एक किलोमीटर के क्षेत्र को बेरिकेटिंग करके पूर्णतया सील कर दिया गया है. इसी तरह उदयपुर जिले के नाथद्वारा स्थित विख्यात श्रीनाथ जी के मंदिर को विशेष रूप से सजाया गया है. श्रृद्धालुओं के लिये मंदिर में प्रवेश बंद है. वहीं मंदिर में जन्माष्टमी के पर्व पर बुधवार सुबह पंचामृत स्नान के बाद ठाकुर जी का विशेष श्रृंगार किया गया. मंदिर के जनसम्पर्क अधिकारी गिरीश ने बताया कि जन्माष्टमी के पर्व पर जागरण की झांकी रात 9.30 बजे से 11.30 बजे तक खुलेगी लेकिन उसमें श्रृद्धालुओ को प्रवेश नहीं दिया जायेगा.

उस दौरान ठाकुर जी का कीर्तन, पदगायन होगा. ठाकुर जी के प्राग्ट्य के बाद रसाला के चौक में उनके स्वागत और सम्मान में 21 तोपों की सलामी दी जायेगी. यह परंपरा रियासत काल से लगभग 350 साल से लगातार चल रही है. उसके बाद ठाकुर जी को महाभोग लगाया जायेगा. राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं और लोगों से घरों में रहकर इसे मनाने की अपील की है.

राज्यपाल मिश्र ने कहा है कि भगवान श्री कृष्ण ने अन्याय का प्रतिकार करके शाश्वत सत्य एवं निष्काम कर्म के महत्व की स्थापना की. उन्होंने कहा कि हमें युग पुरुष श्री कृष्ण के उपदेशों से प्रेरणा लेनी चाहिये. राज्यपाल ने कहा कि हमें घर में रहकर ही पूजा पाठ करनी है. घर में पूजा पाठ के दौरान एकदूसरे से दूरी बनाकर रखनी है.

मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने दुनिया को ज्ञान, कर्म एवं भक्ति का अनमोल संदेश दिया. भगवान श्री कृष्ण ने भगवद्गीता के माध्यम से श्रेष्ठ जीवन के लिए जो उपदेश दिया, वह हमें सदैव निष्काम कर्म करने, अन्याय का प्रतिकार करने और बेसहारा लोगों के कल्याण के लिए प्रेरित करता है. उन्होंने अपील की है कि कोविड-19 महामारी के कारण लोग घर पर रह कर ही पूजा-अर्चना करें और एकदूसरे से दूरी बनाकर यह त्योहार मनाएं.

Posted By – Pankaj Kumar Pathak

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