कोरोना वायरस Hotspot इंदौर में मेडिकल टीम पर हमला, महिला कर्मी से दुर्व्यवहार, मारपीट
देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) के 'हॉटस्पाट' ( Hotspot) इंदौर में शनिवार को इस महामारी (Coronavirus Pandemic) को लेकर सर्वेक्षण कर रहे दल में शामिल एक महिला कर्मी से बदमाश ने दुर्व्यवहार किया और उसका मोबाइल तोड़ दिया.
इंदौर (मध्यप्रदेश) : देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) के ‘हॉटस्पाट’ ( Hotspot) इंदौर में शनिवार को इस महामारी को लेकर सर्वेक्षण कर रहे दल में शामिल एक महिला कर्मी से बदमाश ने दुर्व्यवहार किया और उसका मोबाइल तोड़ दिया.
पीड़ित सर्वेक्षणकर्ता की एक महिला सहयोगी ने नाम जाहिर किये बगैर संवाददाताओं को बताया कि यह घटना विनोबा नगर में हुई, जहां हाल ही में कोरोना वायरस संक्रमित एक व्यक्ति के मिलने के बाद घर-घर सर्वेक्षण कर स्वास्थ्य की स्थिति का पता लगाया जा रहा है.
उन्होंने बताया, हम विनोबा नगर में कोविड-19 को लेकर सर्वेक्षण कर रहे थे कि दो पक्षों के आपसी झगडे़ के दौरान अचानक एक व्यक्ति दौड़ता हुआ आया और उसने मेरी महिला सहयोगी पर हमला कर दिया. उसने महिला सहयोगी का गला दबाने के बाद तीन-चार चांटे मारे. उसने उनके साथ अभद्रता करते हुए उनका मोबाइल तोड़ दिया.
पुलिस अधीक्षक (पूर्वी क्षेत्र) मोहम्मद यूसुफ कुरैशी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि मामले में गिरफ्तार आरोपी की पहचान पारस बौरासी के रूप में हुई है. उन्होंने हालांकि दावा किया कि आरोपी ने महिला सर्वेक्षणकर्ता से मारपीट नहीं की थी. कुरैशी ने कहा, आरोपी द्वारा महिला सर्वेक्षणकर्ता पर हमले जैसी कोई बात ही नहीं है. घटना में महिला को एक खरोंच तक नहीं आयी है.
पुलिस अधीक्षक ने बताया, बौरासी का अवैध शराब बेचने में कथित रूप से बाधा उत्पन्न करने को लेकर पड़ोस के एक परिवार से विवाद हो गया था. तभी कोविड-19 का सर्वेक्षण दल घूमते-घूमते विवाद स्थल पर पहुंच गया और इसमें शामिल एक महिला कर्मी अपने मोबाइल ऐप पर कुछ जानकारी दर्ज करने लगी.
उन्होंने बताया कि पड़ोसी से झगड़ा कर रहे बौरासी को लगा कि महिला सर्वेक्षणकर्ता पुलिस को शिकायत करने के लिये उसका वीडियो बना रही है. इस पर उसने महिला सर्वेक्षणकर्ता का मोबाइल छीना और इसे जमीन पर पटककर तोड़ दिया. पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि बौरासी ने झगड़े के दौरान अपने पड़ोसी के सिर पर किसी हथियार से हमला कर उसे घायल कर दिया.
घटना से भयभीत सर्वेक्षण दल सीधा पलासिया थाने पहुंचा और प्राथमिकी दर्ज कराते हुए पुलिस से सुरक्षा की मांग की. इसके बाद जिलाधिकारी मनीष सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी पलासिया थाने पहुंचे तथा घटना की जानकारी ली.