Corona Virus: दिल्ली में कोरोना वायरस का खतरा एक बार फिर लौटता दिख रहा है. करीब एक महीने पहले जहां इसके मरीज लगभग आने बंद हो गए थे, वहीं अब फिर से संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ने लगा है. पिछले कई दिनों से लगातार मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है. इसको लेकर लोगों की चिंताएं बढ़ने लगी हैं. शुक्रवार को भी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,042 नये मामले सामने आये है. साथ ही महामारी से एक दिन में दो लोगों की मौत भी हुई है. वहीं, संक्रमण दर 4.64 प्रतिशत पहुंची है.
इससे पहले कल भी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 965 मामले दर्ज किए गए थे और एक शख्स ने जान गंवाई थी. जबकि, एक दिन पहले बुधवार को संक्रमण के नए मामलों की संख्या 1000 का आंकड़ा पार कर गई थी. हालांकि, दिल्ली सरकार यह कह रही है कि पैनिक होने की जरूरत नहीं है और हालात पूरी तरह नियंत्रण में हैं. लेकिन, बढ़ते मामलों ने राजधानी में पाबंदियों का दौर फिर शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में मास्क लगाने की अनिवार्यता को खत्म करने के तीन हफ्ते के अंदर ही दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को एक बार फिर से सार्वजनिक स्थानों पर तत्काल प्रभाव से मास्क अनिवार्य कर दिया और किसी भी उल्लंघन के लिए 500 रुपये का जुर्माना देना होगा. हालांकि, इस नियम से निजी चार पहिया वाहनों में साथ सफर कर रहे लोगों को छूट होगी.
दिल्ली सरकार की ओर से स्कूलों को लेकर भी नई गाइडलाइन जारी कर दी गई है. अगर कोई भी छात्र संक्रमित निकलता है तो स्कूल की उस विंग को बंद करने का आदेश है. वहीं जरूरत पड़ने पर स्कूल प्रशासन ही पूरे विद्यालय को बंद करने का निर्देश दे सकता है. अभी के लिए दिल्ली सरकार ने बढ़ते मामलों के बीच स्कूलो को बंद करने की बात नहीं कही है.
वहीं, दिल्ली में कोरोना संकट के बीच अस्पतालों को अलर्ट मोड पर कर दिया गया है. साथ ही बेड बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है और टीकाकरण अभियान में भी तेजी लाई जा रही है. खबर है कि अस्पतालों में 65 हजार अतिरिक्त बेड बढ़ाने पर जोर दिया गया है. वैक्सीन की बूस्टर डोज भी सरकारी अस्पतालों में फ्री में देने की तैयारी है.
दिल्ली के अलावा इस समय उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मिजोरम जैसे राज्यों में कोरोना मामले बढ़ने लगे हैं. शुक्रवार को मिजोरम में 43 बच्चों समेत कम से कम 91 और लोगों की जांच में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है. इस ट्रेंड पर बीएचयू की रिपोर्ट ने बड़ी बात कही है. उस रिपोर्ट के मुताबिक 30 फीसदी लोगों में हाइब्रिड इम्यूनिटी खत्म हो चुकी है जो आगे चलकर 70 फीसदी तक खत्म हो जाएगी. वहीं कोरोना की नई लहर को लेकर भी रिपोर्ट में विस्तृत जानकारी दी गई है. रिपोर्ट के मुताबिक चौथी लहर घातक या फिर ज्यादा बड़ी नहीं होने वाली है.