कोरोना वायरस: कश्मीर बंद जैसी स्थिति की ओर बढ़ा, सभी सार्वजनिक परिवहन श्रीनगर में प्रतिबंधित
कोरोना वायरस से एक महिला के संक्रमित पाए जाने के बाद बृहस्पतिवार को कश्मीर घाटी में बंद जैसे हालात पैदा हो गए
श्रीनगर : कोरोना वायरस से एक महिला के संक्रमित पाए जाने के बाद बृहस्पतिवार को कश्मीर घाटी में बंद जैसे हालात पैदा हो गये. श्रीनगर शहर के कई हिस्सों में लोगों की आवाजाही पर पाबंदियां लगाई गई है और सभी सार्वजनिक परिवहन पर रोक लगा दी गई है.
अधिकारियों ने बताया कि खानयार इलाके में कोविड-19 से संक्रमित 67 वर्षीय बुजुर्ग महिला के घर से 300 मीटर के दायरे में आने वाले पूरे इलाके को सील कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि यह सुनिश्चित करने के लिए पुराने शहर में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है कि लोगों की आवाजाही पर रोक के आदेश को लागू कराया जा सके.
श्रीनगर के उपायुक्त शाहिद इकबाल चौधरी ने बताया कि लोगों की आवाजाही तथा उनके एकत्र होने पर ये पाबंदियां वायरस को फैलने से रोकने के चलते लगाई गई हैं. उन्होंने लोगों से सहयोग की अपील की और ट्वीट किया, “कई इलाकों में लोगों के एकत्र होने, सभा करने और आवाजाही पर प्रतिबंध वायरस के प्रसार को रोकने के लक्ष्य से लगाए गए हैं।” चौधरी ने सऊदी अरब से सोमवार को लौटी संक्रमित महिला के संपर्क में आए सभी लोगों से करीबी स्वास्थ्य केंद्र जाने या नियंत्रण कक्ष से संपर्क करने की भी अपील की.
उन्होंने कहा, “यह जरूरी है कि कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज के संपर्क में आए लोग तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या हर समय चालू नियंत्रण कक्ष से संपर्क करें.” उपायुक्त ने कोरोना वायरस को लेकर किसी तरह की अफवाह फैलाने के प्रति भी आगाह किया.
उन्होंने कहा, “सोशल मीडिया पर अफवाह या अप्रमाणित जानकारियां साझा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. सभी लोग जिम्मेदार नागरिकों की तरह पेश आएं. प्रत्येक सूचना एवं परामर्श आधिकारिक रूप से साझा किया जाएगा.
गौरतलब है कि चीन के वुहान शहर से फैले इस संक्रमित हुए बीमारी से अब तक 9000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी है, अब तक प्राप्त जानकारी के अनुसार 9, 020 लोगों की मौत हो गयी है. जबकि पिछले 24 घंटे में इस वायरस से और 712 लोगों की मौत हुई और संक्रमित लोगों की संख्या 90,293 है. यूरोप में कोविड-19 तेजी से फैल रहा है.
यूरोप में मरने वाले लोगों की संख्या 4,134 जबकि एशिया में 3,416 है, जबकि भारत में 173 लोग इससे पीड़ित हैं. जबकि चार लोगों की अब तक मौत हो चुकी है. जबकि 20 लोग अब तक स्वास्थ्य भी हो चुके हैं.