नयी दिल्ली : दिल्ली के निजामुद्दीन तबलीगी जमात गतिविधियों में शामिल पाये गये 960 विदेशियों को ब्लैक लिस्टेट कर दिया गया है. इतना ही नहीं इन सभी का वीजा भी रद्द कर दिया गया है. जमात से संबंधित गतिविधियों में लिप्त पाए जाने पर उनका पर्यटन विजा रद्द किया गया है. इसके अलावा गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस और अन्य राज्यों के डीजीपी को निर्देश दिया है कि वे इन विदेशी नागरिकों के खिलाफ विदेशी एक्ट 1946 और आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत कानूनी कार्रवाई करे.
इनमें से कई लोग फिलहाल क्वॉरेंटाइन में रखा गया है. तब्लीगी जमात के सदस्यों और उनके संपर्क में आए करीब 9000 लोगों को पृथक रखा गया है. तबलीगी जमात के यह लोग कई राज्यों की मस्जिदों में मिले थे. इनमें से कई लोगों की जांच की जा रही है.
बृहस्पतिवार को गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी। केंद्रीय गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव पुण्य सलिल श्रीवास्तव ने नियमित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि दिल्ली में तब्लीगी जमात के ऐसे करीब 2000 सदस्यों में से 1804 को पृथक (क्वारंटीन) केंद्रों में भेज दिया गया है जबकि लक्षण वाले 334 सदस्यों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के परिप्रेक्ष्य में तब्लीगी जमात के सदस्यों की पहचान के लिए राज्यों के साथ गृह मंत्रालय के ‘‘पुरजोर प्रयासों” के कारण यह संभव हो सका.
तबलीगी जमात के लोगों की जांच के लिए राज्यों से भी कहा गया है. इसकी जानकारी हमें तेलंगाना के माध्यम से मिली और जब यहां के लोग अलग- अलग राज्यों में गये तो हमने इसकी जांच शुरू की. अबतक इन राज्यों से 400 मामले सामने आये हैं जो इस जमात से जुड़े हैं. अभी संभावना है कि और भी केस आ सकते हैं.
दिल्ली में मिले 275 विदेशी नागरिकों में इंडोनेशिया से 172, किर्गिजस्तान से 36, बांग्लादेश से 21, मलेशिया से 12, अल्जीरिया से सात, अफगानिस्तान और अमेरिका से दो-दो तथा फ्रांस, बेल्जियम और इटली का एक-एक नागरिक शामिल हैं. इनमें से 84 लोग उत्तर पूर्वी दिल्ली और 109 लोग मध्य दिल्ली में ठहरे हुए थे. गृहमंत्रालय के आदेश के बाद राज्य भी इन विदेशियों पर कड़ी कार्रवाई करेंगे.