नयी दिल्ली : देश में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में कोरोना संक्रमण का मामला अब 30 हजार के पार पहुंच चुका है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी कोरोना का केस 3000 के पार पहुंच चुका है. इस बीच दिल्ली से खबर है कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 55 वर्षीय एक कर्मी की कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मंगलवार को मौत हो गई. इसकी जानकारी अधिकारियों ने दी. बताया जा रहा है कि आज CRPF के 12 और जवान COVID19 पॉजिटिव पाया गये हैं. अधिकारियों ने बताया, अब तक कुल 47 CRPF जवानों को कोरोरा का पॉजिटिव पाया गया है, जिसमें से एक जवान का आज निधन हो गया.
केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन कार्यरत लगभग दस लाख कर्मियों वाले केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) में कोविड-19 महामारी के कारण होने वाली यह पहली मौत है. मृतक सीआरपीएफ में उप निरीक्षक (एसआई) के पद पर तैनात था और कुछ दिन पहले संक्रमण की पुष्टि होने के बाद उसे सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 55 वर्षीय कर्मी की कोविड-19 संक्रमण से मंगलवार को मौत हो गई. वह दिल्ली स्थित बल की 31वीं बटालियन में तैनात था. उन्होंने कहा कि एसआई असम के बारपेटा जिले का निवासी था और पहले से मधुमेह तथा उच्च रक्त चाप से ग्रसित था. बटालियन के कम से कम 31 अन्य कर्मियों को भी कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया है. ऐसी आशंका है कि संक्रमण के शिकार हुए सहकर्मी के संपर्क में आने से उन्हें संक्रमण हुआ होगा. सीमा सुरक्षा बल और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के कुछ कर्मियों में भी संक्रमण की पुष्टि हुई है.
गौरतलब है कि दिल्ली में कोरोना वायरस का मामला बढ़कर 3108 हो गया है. जबकि 54 लोगों की मौत भी हो गयी है. दिल्ली में कोरोना संक्रमण से अब तक 877 लोग ठीक भी हो चुके हैं.
दिल्ली के एलजी अनिल बैजल ने मंगलवार को सभी जिला मजिस्ट्रेटों को निर्देश दिया कि वे अपने क्षेत्र में कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए सूक्ष्म निषिद्ध क्षेत्र (माइक्रो कंटेनमेंट जोन) घोषित करने की रणनीति पर काम करें. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.
इस योजना के अनुसार बड़े क्षेत्रों की अपेक्षा संक्रमण की चपेट में आए छोटे क्षेत्रों को चिह्नित कर सूक्ष्म निषिद्ध क्षेत्र घोषित किया जाएगा. दिल्ली के जहांगीपुरी समेत कुछ निषिद्ध क्षेत्रों में कोविड-19 संक्रमण के कई मामले सामने आने और प्रतिबंध के बावजूद लोगों को घरों के बाहर घूमते पाए जाने के बाद यह निर्णय लिया गया.
वर्तमान में किसी क्षेत्र में संक्रमण का मामला सामने आने के बाद अधिकारियों द्वारा वहां आने जाने का रास्ता बंद कर दिया जा रहा है और लोगों को उनके घरों से निकलने की अनुमति नहीं दी जा रही है. आवश्यक वस्तुएं सबके घर तक पहुंचाई जा रही हैं. अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, कुछ निषिद्ध क्षेत्रों में लोग सड़कों पर लोग घूम रहे हैं और लोगों से मिल रहे हैं. सभी जिला मजिस्ट्रेट को निर्देश दिया गया है कि वे ‘सूक्ष्म निषिद्ध क्षेत्र’ घोषित करने की रणनीति पर अमल करें जिसके तहत छोटे क्षेत्रों को चिह्नित कर निषिद्ध क्षेत्र घोषित किया जाएगा ताकि लोगों को आने-जाने से पूरी तरह रोका जा सके.