कोरोना से लड़ने में कबतक कारगर है वैक्सीन, क्या फिर लगवाने पड़ेंगे कोविड के टीके, जानिए क्या कहता है रिसर्च
कोरोना वायरस संक्रमण से लड़ने के लिए पूरी दुनिया में लोगों को वैक्सीन की डोज दी जा रही है. लेकिन सबके जेहन में एक सवाल भी उठ रहा है कि वैक्सीन का असर हमारे शरीर में कबतक रहेगा. क्या वैक्सीन का असर खत्म हो जाने के बाद फिर से कोरोना हो सकता है.
कोरोना वायरस संक्रमण से लड़ने के लिए पूरी दुनिया में लोगों को वैक्सीन की डोज दी जा रही है. लेकिन सबके जेहन में एक सवाल भी उठ रहा है कि वैक्सीन का असर हमारे शरीर में कबतक रहेगा. क्या वैक्सीन का असर खत्म हो जाने के बाद फिर से कोरोना हो सकता है.
दरअसल, कोरोना से लड़ने में हमारी एंटीबॉडी बहुत मदद करती है. ऐसे में आम आदमी आसानी से अपनी एंटीबॉडी जांच करा कर वैक्सीन का असर देख सकता है, लेकिन कैंसर के रोगियों में यह मामला पेचिदा हो सकता है.
वैक्सीन का शरीर में कितना और कबतक असर रहता है, और वैक्सीन से जो इम्यूनिटी तैयार होती है उसका असर शरीर में कब तक रहता है, गौरतलब है कि डेनमार्क हेल्थ अथॉरिटी ने एक रिसर्च किया जिसमें वैज्ञानिकों ने पाया कि कोरोना होने के बाद 6 से 8 महीने तक शरीर में इम्यूनिटी रहता है. लेकिन वैक्सीन का शरीर में कबतक असर रहेगा अभी तक वैखानिकों को इसकी पुख्ता जानकारी नहींमिल पाई है.
हार्वर्ड चैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के महामारी विज्ञानी माइकल मीना का इस बारे में कहना है कि वैक्सीन के असर को लेकर कुछ पुख्ता निष्कर्ष नहीं निकला है. वहीं, रिसर्च से जुड़े कई वैज्ञानिकों का ये कहना है कि, वैक्सीन का असर 6 महीने तक रह सकता है. वैज्ञानिकों का यह भी कहना है कि कोरोना से रिकवरी के बाद इम्यून सिस्टम में उसकी एक मेमरी रह जाती है. जो दौबारा वायरस अटैक होने पर उसे मार देते हैं.
रिसर्चर्स का मानना है कि कुछ महीनों तक यह काम करती है. हालांकि रिसर्चर का यह भी कहना है कि कुछ लोगों में इम्यूनिटी 6 महीने के बाद खत्म हो जाती है. हालांकि, वैक्सीनेशन को लेकर रिसर्चर हेलीन का कहना है वैक्सीनेशन का कमा बीते साल के अंत में शुरू है, ऐसे में देखने है कि, वैक्सीन दोबारा लगाने की जरूरत होती है कि नहीं.
Posted by: Pritish Sahay