कोरोना वैक्सीन को लेकर शोध बंद नहीं हुआ है अब खबर आ रही है कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया एक और कोरोना वैक्सीन ला रही है. यह वैक्सीन दक्षिण अफ्रीकी और ब्रिटिश के हालात को देखते हुए बनायी गयी है.
इन इलाकों में कोरोना के प्रकारों में यह ज्यादा कारगर होगी. ध्यान रहे कि करोना वैक्सीन को लेकर सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की वैक्सीन कोविशील्ड पहले ही इस्तेमाल की जा रही है. इस टीके का ट्रायल शुरू हो गया है, इसे कोवोवैक्स नाम दिया गया है यह सितंबर तक इस्तेमाल के लिए बाजार में उपलब्ध रहेगा.
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इस वैक्सीन को लेकर काम शुरू हुआ अगस्त 2020 में अमेरिका की वैक्सीन कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट के साथ करार किया. यह टीका भारत और मध्यम आय वाले देशों को दिया जायेगा. इस संबंध में जानकारी देते हुए अदार पुनावाला ने ट्वीट किया, ‘कोवोवैक्स का भारत में परीक्षण शुरू हो गया है.
इस वैक्सीन का विकास नोवावैक्स और सीरम इंस्टीट्यूट की भागीदारी में किया जा रहा है. इस टीके का अफ्रीका और ब्रिटेन में कोविड-19 के प्रकार के खिलाफ परीक्षण किया गया है . इसकी कुल दक्षता 89 प्रतिशत पाई गई है. हमें उम्मीद है कि इस टीके को सितंबर, 2021 तक पेश किया जा सकेगा.’
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करार के अनुसार इसे उच्च या मध्यम आय देशों को शामिल नहीं किया गया है. इन देशों के लिए टीके का अधिकार नोवावैक्स के पास ही है. एसआईआई पहले से भारत और दुनिया के कई देशों में एस्ट्राजेनेका/ऑक्सफोर्ड के कोविड-19 टीके ‘कोविशील्ड’ की सप्लाई कर रही है.