कोरोनावायरस लॉकडाउन के कारण कई हफ्तों से ठप्प पड़ी विमान सेवा के लिए अच्छी खबर है. कई प्राइवेट विमान कंपनियों ने घरेलू उड़ानों के लिए बुकिंग शुरू कर दी हैं. सरकारी क्षेत्र की विमान कंपनी एअर इंडिया ने बुकिंग शुरू करने के बारे में अभी तक कोई कदम नहीं उठाया है. लाइवमिंट के मुताबिक, प्राइवेट विमान कंपनियों में स्पाइसजेट (Spicejet) और गोएयर( GoAir) ने बुकिंग शुरू कर दी है. ये दोनों कंपनियां 16 मई से उड़ान भर सकती हैं.
वहीं इंडिगो( Indigo), एयर एशिया इंडिया (AirAsia India) और विस्तारा ( Vistara) एक जून से अपनी सेवाएं शुरू करेंगी. 3 मई को लॉकडाउन खत्म होने के बाद धीरे-धीरे उड़ान सेवाएं शुरू हो सकती हैं. हालांकि, बीते दिनों केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी ने ट्वीट कर स्पष्ट किया कि अभी उड़ान सेवाओं को लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया है. इस बार भी यह साफ नहीं हो सका है कि क्या इन कंपनियों को फिर से बुकिंग करने की मंजूरी मिली है या नहीं.
अपने ट्वीट में हरदीप सिंह पुरी ने लिखा कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय स्पष्ट करता है कि अभी तक घरेलू या अंतरराष्ट्रीय परिचालन खोलने के लिए कोई निर्णय नहीं लिया गया है. अपने ट्वीट में उन्होंने आगे यह भी लिखा है कि एयरलाइंस को सलाह दी जाती है कि वे सरकार द्वारा इस संबंध में निर्णय लेने के बाद ही अपनी बुकिंग खोलें.
लॉकडाउन के पहले चरण में 25 मार्च से 14 अप्रैल तक जिन लोगों ने टिकट की बुकिंग करा रखा था वो यात्रा नहीं कर पाए. ऐसे में सरकार ने विमान कंपनियों को कहा था कि रेलवे की तर्ज पर टिकटों का रिफंड करें. लाइवमिंट के मुताबिक, प्राइवेट कंपनियों के प्रवक्ता से जब टिकट रिफंड के बारे में पूछा गया तो उन्होंने चुप्पी साध ली. बता दें कि एयर टिकट लेने वाले यात्रियों को रिफंड की बजाए अगले 1 साल तक के लिए टिकट बुकिंग की सुविधा दी जा रही है. कहने का मतलब ये है कि आपका एयर टिकट जिस रूट का है या जिस कीमत में है, उसी रूट या कीमत में एक बार सफर कर सकते हैं. यानी एयरलाइन कंपनियां रिफंड रकम नहीं दे रही हैं.
लॉकडाउन के बाद उड़ान सेवाएं कब से शुरू होगा यह अभी तय नहीं मगर प्राइवेट विमान कंपनियों ने टिकटों की बुकिंग शुरू कर दी वो भी शानदार ऑर्फस के साथ. मसलन, स्पाइसजेट 16 मई से बाद का टिकट दिल्ली-मुंबई मात्र 2500 में दे रही है. वहीं गोएयर बेंगलुरू से दिल्ली का टिकट 3164 रुपये में दे रही है. कोरोना वायरस महामारी की वजह से जिन सेक्टर पर सबसे बड़ी मार पड़ी है, उसमें एविएशन सेक्टर भी एक है. कई विमान कंपनियां सैलरी कटौती, छंटनी या स्टाफ को बिना पेमेंट ही छुट्टी पर भेजना शुरू कर चुकी है. टिकट बेचने की ये आपाधापी बता रही है कि विमानन कंपनिया किस सकंट से गुजर रही है. अनुमान है कि लॉकडाउन के इतने दिनों में अरबों रुपये का नुकसान हुआ है.
14 मार्च से तीन मई एयर टिकट लेने वाले यात्रियों को रिफंड मिलने का चांस बढ़ गया है. ये मामला अब सुप्रीम कोर्ट में जा चुका है. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार और नागर विमानन महानिदेशालय यानी डीजीसीए को नोटिस जारी किया है. आपको बता दें कि एक एनजीओ की ओर से दायर याचिका में कैंसल किए गए एयर टिकटों का पैसा वापस करने का एयरलाइंस को निर्देश देने की मांग की गयी है.