देश में कोरोना संक्रमण से हुई मौंतो का आंकड़ा 50 हजार के पार पहुंच गया है. इसके साथ ही भारत उन दशों की सूची में आ गया है जहां कोरोना वायरस के कारण 50 हजार से अधिक मौत हुई है. यूनाइटेड स्टेट्स, ब्राजील और मेक्सिको के बाद भारत का नाम इस लिस्ट में शामिल हो गया है. हालांकि भारत में होने वाली संक्रमण मृत्यु दर कुल दर्ज संक्रमणों से होने वाली मौतों का अनुपात – 1.9 फीसदी है. जो वैश्विक मृत्यु दर औसत 3.5 से कम है. यह आकंड़ा दिखाता है कि देश ने समान या उच्च संक्रमण वाले अन्य देशों की तुलना में मौतों को बेहतर तरीके से नियंत्रित किया है.
कोरोना संक्रमण के मामले में भारत तीसरे स्थान पर है. संक्रमितों की संख्या के मामले में अमेरिका और ब्राजील भारत से आगे हैं. इन देशों में कोरोना संक्रमण से मृत्यु दर भी ज्यादा है. शनिवार के आंकड़ों के मुताबिक देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 25,87,872 हो गयी थी और 50,079 लोगों की मौत हो चुकी थी.
अमेरिका में 5.4 मिलियन से अधिक मामलों 3.1 फीसदी की संक्रमण मृत्यु दर के हिसाब से 171,999 मौतें दर्ज की गयी. जबकि ब्राजील में 3.2 मिलियन से अधिक मामलों में 3.2 फीसदी की संक्रमण से मृत्यु दर के मुताबिक 106,608 लोगों की मौत हुई. महामारी से मृत्यु दर सबसे अधिक मेक्सिको में 11 फीसदी रहा. यहां 5,11,000 मामलों में 55,908 लोगों की मौत दर्ज की गयी.
समय की बात करें तो भारत ने 50 हजार मौत का आंकड़ा पार करने में दूसरे देशों की तुलना में काफी अधिक समय लगा. देश में 12 मार्च को कोरोना से पहली मौत दर्ज की गयी थी. इसके बाद इसे 50 हजार का आंकड़ा पार करने में 156 दिन का समय लगा. इसकी तुलना में अमेरिका ने महज 23 दिनों की भीतर ही इस आंकड़े को पार कर लिया. जबकि ब्राजील को 95 दिन लगे और मेक्सिकों में 141 दिन में 50 हजार मौत दर्ज की गयी.
एम्स में सामुदायिक चिकित्सा के प्रोफेसर डॉ संजय कुमार राय बताते हैं कि देश में कोरोना से मृत्यु दर और देशों की तुलना में कम क्यों है इसका कोई ठोस प्रमाण नहीं है, लेकिन यह हो सकता है कि हमारे यहां युवा आबादी ज्यादा है. दूसरा कारण यह है कि भारतीयों में सामान्य सर्दी खांसी से लड़ने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता मौजूद है जो कोरोना वायरस से लड़ने में मदद करती है.
Posted By: Pawan Singh