दिल्ली में कोरोना का कहर, कैसे होगा संसद का मॉनसून सत्र, पीएम की सुरक्षा ने बढ़ायी चिंता
coronavirus blast in Delhi, monsoon session of Parliament , PM Modi's security increase concern : दिल्ली में कोरोना का कहर जारी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार पिछले 24 घंटे में कोविड - 19 के 2520 नये मामले सामने आये और 59 लोगों की मौत भी हो गयी. इधर बढ़ते कोरोना संकट के बीच संसद के मॉनसून सत्र को लेकर भी चर्चा जारी है.
नयी दिल्ली : दिल्ली में कोरोना का कहर जारी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार पिछले 24 घंटे में कोविड – 19 के 2520 नये मामले सामने आये और 59 लोगों की मौत भी हो गयी. इधर बढ़ते कोरोना संकट के बीच संसद के मॉनसून सत्र को लेकर भी चर्चा जारी है.
संसद के मॉनसून सत्र को लेकर कई दौर की बैठकें भी हो चुकी हैं. इस बीच सांसदों ने सत्र को लेकर अपनी चिंता जतायी है. संसदों की चिंता है कि वो सत्र में हिस्सा लेने कैसे जाएंगे. कई सांसदों को अलग-अलग राज्यों से दिल्ली पहुंचना है. देश में कोरोना का संकट जिस तरह से फैल रहा है, वैसे में खतरा और भी बढ़ सकता है. सूत्रों ने कहा कि कई विकल्पों पर विचार किया जा रहा है. इनमें एक विकल्प यह भी है कि लोकसभा की बैठक केंद्रीय कक्ष (सेंट्रल हॉल) में हो वहीं राज्यसभा की बैठक लोकसभा में आयोजित की जाए. इस बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू सामाजिक दूरी जैसे मानदंडों के साथ संसद के मॉनसून सत्र आयोजित करने पर चर्चा करते रहे हैं. बिरला और नायडू दोनों ने भविष्य में विकल्प के तौर पर ‘डिजिटल संसद’ की संभावना पर भी विचार किया है.
संसद सत्र कहां होगा इसको लेकर भी चर्चा की गयी. हालांकि सूत्रों के हवाले से खबर है कि अब तय कर लिया गया है कि संसद का मॉनसून सत्र पार्लियामेंट कॉम्प्लेक्स में ही होगा. कुछ दिनों पहले खबर आयी थी कि सत्र विज्ञान भवन में होगा. हालांकि उसमें एक बड़ी पेंच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति और लोकसभा अध्यक्ष की सुरक्षा को लेकर है. तीनों के लिए अगल गेट होता है.
अगस्त के आखिरी सप्ताह में हो सकता है संसद का मॉनसून सत्र
सरकार अगस्त के अंतिम सप्ताह या सितंबर के पहले सप्ताह से संसद के मॉनसून सत्र की संभावना पर विचार कर रही है, जिसमें कार्यवाही के दौरान सदस्य उपस्थित हों. सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी.
हालांकि, सूत्रों ने यह भी कहा कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं किया गया है और यह स्पष्ट करना मुश्किल होगा कि सामाजिक दूरी के मानदंडों का पालन करते हुए सत्र कैसे आयोजित किया जाएगा.
सरकार के सूत्रों ने कहा कि सत्र की अवधि और इसके आयोजन का तरीका सत्र की शुरुआत के समय मौजूदा स्थिति पर निर्भर करेंगे. हालांकि सरकार का इरादा पूर्ण सत्र आयोजित करने का है. सूत्रों ने कहा कि कई अध्यादेश हैं जिन्हें संसद में पेश करने की आवश्यकता है. इसलिए सत्र सामान्य अवधि का होगा.
सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि संसद का मॉनसून सत्र निश्चित रूप से 22 सितंबर से पहले शुरू हो जाएगा क्योंकि दो सत्रों के बीच छह महीने से अधिक का अंतराल नहीं हो सकता है. संसद का बजट सत्र तीन अप्रैल तक निर्धारित था लेकिन उससे पहले ही 23 मार्च को सत्र अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया था.
posted by – arbind kumar mishra