कोरोना के खिलाफ जंग में तैयारियों को लेकर शिवसेना सांसद संजय राउत का मोदी सरकार पर निशाना, जानिए क्या कहा
Covid-19 Mismanagement In India Shiv Sena Accuses Modi Government देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से हो रही बढ़ोतरी के बीच सियासी बयानबाजी का सिलसिला भी तेज हो गया है. इसी कड़ी में शिवसेना सांसद संजय राउत ने देश में कोरोना के खिलाफ जंग में तैयारियों को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है. सांसद संजय राउत ने शिवसेना के मुखपत्र सामना में अपने रोखठोक नाम से लिखे लेख में लिखा है, आज के कोरोना महामारी के कठिन दौर में लोग अपने करीबियों को दाह संस्कार तक नहीं कर पा रहे है और गंगा नदी में शव को फेंकने के लिए मजबूर दिख रहे है. वहीं, सत्तारूढ़ दल धार्मिक नारे और अंधविश्वास में लिप्त दिखाई दे रहा है.
Covid-19 Mismanagement In India Shiv Sena Accuses Modi Government देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से हो रही बढ़ोतरी के बीच सियासी बयानबाजी का सिलसिला भी तेज हो गया है. इसी कड़ी में शिवसेना सांसद संजय राउत ने देश में कोरोना के खिलाफ जंग में तैयारियों को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है. सांसद संजय राउत ने शिवसेना के मुखपत्र सामना में अपने रोखठोक नाम से लिखे लेख में लिखा है, आज के कोरोना महामारी के कठिन दौर में लोग अपने करीबियों को दाह संस्कार तक नहीं कर पा रहे है और गंगा नदी में शव को फेंकने के लिए मजबूर दिख रहे है. वहीं, सत्तारूढ़ दल धार्मिक नारे और अंधविश्वास में लिप्त दिखाई दे रहा है.
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि वाराणसी में शवों का ढेर लग गया है और उनके दाह संस्कार के लिए कोई जगह नहीं है. वहीं, बिहार में भी सैकड़ों शवों को नदी में तैरते हुए देख जा रहा हैं. उन्होंने कहा कि अयोध्या में कुछ महीने पहले प्रधानमंत्री ने राम मंदिर के लिए भूमि पूजन किया था, लेकिन अब वहां कोविड-19 ने भारी तबाही मचा दी है. संजय राउत ने कहा कि कई राज्यों में ऑक्सीजन, मेडिसिन, हॉस्पीटल और वैक्सीन की भारी कमी दर्ज की गयी है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में राज्य सरकार जय श्री राम के नारे लगा रही है. यह एक राजनीतिक दल को ऑक्सीजन प्रदान कर सकता है, लेकिन परेशान लोगों के लिए नहीं.
संजय राउत ने कहा कि उत्तर प्रदेश और बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों की डेडबॉडी गंगा नदी में तैरते पाए जाने के बाद दोनों राज्यों में इसको लेकर मतभेद भी सामने आए. इसके बाद नेशनल ह्यूमन राइट्स कमीशन (NHRC) ने दोनों राज्यों की सरकारों को नोटिस जारी किया और जांच के आदेश दिए है. उन्होंने कहा कि इन सबके बीच कोविड के खिलाफ जंग के लिए तरह-तरह के सलाह भी दिए जा रहे है.
शिवसेना सांसद ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री उषा ठाकुर ने कोरोना के खिलाफ जंग में जीत हासिल करने और तीसरी लहर को रोकने के लिए हिंदू अनुष्ठान को अपनाने की सलाह देती दिखीं. वहीं, अहमदाबाद में कुछ लोगों ने कोरोना को हराने के लिए गाय के गोबर और मूत्र का इस्तेमाल करने की बात कही है. उनका कहना है कि कोविड -19 के खिलाफ प्रतिरक्षा को इससे बढ़ाने में मदद मिलेगी.
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