मुंबई : कोरोना वायरस का असर एकबार फिर से शुरू हो गया है. देश के कई हिस्सों में मरीजों की तादाद भारी संख्या बढ़ने लगी है. इसी बीच मुंबई का ठाणे जिला देश का नया हॉटस्पॉट बनता नजर आ रहा है. मुंबई सरकार की रिपोर्ट की मानें तो ठाणे में प्रत्येक दिन तकरीबन 2000 से अधिक केस सामने आ रहे हैं.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार ठाणे जिला ने चेन्नई को भी पीछे छोड़ दिया है. यहां हर 18 दिन पर कोरोना मरीजों की संख्या दोगुनी हो रही है. ठाणे में अबतक 55000 से अधिक केस सामने आ चुके हैं, जिसके बाद सरकारी स्तर पर इसे रोकने के लिए रणनीति तेज हो गई है.
19 जुलाई तक लॉकडाउन– ठाणे में कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए ठाणे में 19 जुलाई तक के लिए लॉकडाउन लागू कर दिया गया है. इससे पहले, भी वहां पर लॉकडाउन लागू था, लेकिन अब इसमें सख्ती दिखाई गई है. प्रशासन ने इसेंशियल सर्विस को छोड़कर सभी चीजों के लिए लॉकडाउन लागू किया है.
शिवसेना का गढ़ है ठाणे- बता दें कि ठाणे जिला सतारूढ़ दल शिवसेना का गढ़ माना जाता है. शिवसेना के प्रमुख नेता और मंत्री एकनाथ शिंदे इसी क्षेत्र से आते हैं, इसके आलावा यहां के अधिकांश नगर पालिका पर शिवसेना का ही कब्जा है. ऐसे में सवाल उठने लगा है कि ठाणे को लेकर सरकार ने तुरंत एहतियात क्यों नहीं बरती?
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मुम्बई में 1263 नये केस– मुम्बई में रविवार को कोविड-19 के 1263 नये मरीज सामने आने के साथ ही महानगर में इस महामारी के मामले बढ़कर 92,720 हो गये. बृहन्मुम्बई महानगरपालिका (बीएमसी) ने यह जानकारी दी. उसने एक बयान में यह भी बताया कि शहर में इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 44 बढ़कर 5,285 हो गयी. मुम्बई में कोविड-19 के मरीजों के संक्रमण से उबरने की दर फिलहाल 70 फीसद है तथा मामलों के दोगुणा होने का समय बढ़कर 50 दिन हो गया है.
Posted By : Avinish Kumar Mishra