Coronavirus: थम नहीं रहा कोरोना संक्रमण का सिलसिला, पिछले एक हफ्ते में आए 22.49 लाख मामले, मौतों में हुई 89 प्रतिशत की वृद्धि
Coronavirus in India: कोरोनावायरस के मरीजों की बढ़ती संख्या चिंता का कारण बनी हुई है, जहां एक ओर हर दिन संक्रमित लोगों की संख्या में वृद्धी हो रही है, वहीं कोविड 19 से मरने वालों की संख्या में भी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है.
कोरोनावायरस के मरीजों की बढ़ती संख्या चिंता का कारण बनी हुई है, जहां एक ओर हर दिन संक्रमित लोगों की संख्या में वृद्धी हो रही है, वहीं कोविड 19 से मरने वालों की संख्या में भी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. भारत में एक दिन में कोविड-19 के रिकॉर्ड 3,49,691 नए मामले आने के साथ ही संक्रमण के मामले बढ़कर 1,69,60,172 पर पहुंच गए जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या 26 लाख के पार चली गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि के दौरान संक्रमण के कारण 2,767 लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या 1,92,311 पर पहुंच गई है.
सात दिनों में आए कोरोना वायरस के सबसे अधिक मामले
आपको बता दें, पिछले हफ्ते यानी 18 अप्रैल से 25 अप्रैल के बीच भारत में कोरोना वायरस संक्रमितों को 22.49 लाख मामले आए, जो कि महामारी की शुरुआत के बाद से किसी भी देश द्वारा सात दिनों की अवधि में दर्ज किए गए मामलों की सबसे अधिक संख्या है. ये देश के लिए एक बड़ा चिंता का विषय है.
संक्रमितों की मौत में हुई 89 प्रतिशत की वृद्धि
कोरोना वायरस से होने वाली मौतों में भी ईजाफा देखने को मिल रहा है. जहां 18 अप्रैल को सप्ताह के अंतमें 8,588 मौतें देखी गईं, तो वहीं पिछले सात दिनों में 16,257 मौतें हुईं. देखा जाए तो ये करीब करीब दोगुनी वृद्धि है.
चार दिनों से 3 लाख से पार हुए मामले
पिछले चार दिनों से मामले 3 लाख के पार आ रहे हैं. बीते 24 घंटे में देश में कोरोना के 349691 नए मामले सामने आये हैं. देश में कोरोना वायरस के नए मामलों में से 74.15 मामले दस राज्यों से हैं. आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु में अब तक 10 लाख से अधिक संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं.
90 फीसदी से ज्यादा लोग घर में ही ठीक हो जाएंगे
मेदांता हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. नरेश त्रेहान ने कहा कि RT-PCR टेस्ट आते ही आप अपने लोकल डॉ. से संपर्क करें. 90 फीसदी से ज्यादा लोग घर में ही ठीक हो जाएंगे. अलोम-विलोम योगा से लंग्स को बेनिफिट मिलता है. अस्पताल तभी जाना है जब ऑक्सीजन बहुत ज्यादा गिर रही है. मास्किंग, हैंड सेनेटाइजिंग, सोशल डिस्टेंसिंग को विकसित करें. शादियों पार्टियों में न जाएं. गेदरिंग से दूर रहें, जो युवा बाहर से आ रहे हैं वह पहले मास्क को दूर करें और कपडे चेंज कर फिर अपने घरवालों से मुलाकात करें.
Posted By: Shaurya Punj