दुनिया भर में कोरोना वायरस के प्रकोप से हर कोई परेशान है. देश में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. भारत हर दिन लगभग 1 लाख कोरोना मामलों की रिपोर्ट करता है. इस संक्रमण के तेजी से प्रसार के लिए सबसे संक्रामक मॉडल A2A प्रतिरूप जिम्मेदार है. कुछ दिनों में, भारत में 70 प्रतिशत रोगियों में वृद्धि हुई है.
A3i में आई गिरावट
वायरस के अलग-अलग गुच्छे होते हैं और उन्हें निशाना बनाने के लिए अलग-अलग टीकों या दवाओं की जरूरत होती है. यदि क्लैड सामान्य हो, तो इससे लड़ने के लिए एक टीका या दवा पर्याप्त है. भारत में अब जो दबदबा है, वह A2A है, जिसकी दुनिया भर में 70% जीनोमों के साथ समानता है. भारत में पहले के प्रमुख दबदबे वाले A3i आई में गिरावट आई है, जिसके परिणामस्वरूप महामारी वायरस के A2A आनुवंशिक समूह में वृद्धि हुई है.
क्या है ए 2 ए क्लैड
हैदराबाद स्थित सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (CCMB) के वैज्ञानिकों के अनुसार, जिन्होंने कोरोनोवायरस उपन्यास के जीनोम का विश्लेषण किया, विश्व स्तर पर वायरल जीनोम में समानता का अर्थ है कि A2A क्लैड में उत्परिवर्तन को लक्षित करने वाली एक वैक्सीन या ड्रग उसी के साथ काम करेगी.
जून में टीम ने ये किया था खुलासा
इससे पहले जून में, टीम ने भारतीयों के बीच एक अलग वायरस की मौजूदगी का खुलासा किया था. इसे क्लैड I/ A3i नाम दिया गया था और यह उनके आनुवंशिक मेकअप में चार विशिष्ट भिन्नताओं की उपस्थिति से पहचाना जाता है.
कब तक तैयार हो सकती है कोरोना वायरस की वैक्सीन
भारत में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच सबसे बड़ी चिंता वैक्सीन को लेकर है. खास बात यह है कि वैक्सीन के मास प्रोडक्शन के लिए सारी तैयारियां कर ली गई हैं. एक दफा कोरोना वैक्सीन को वैज्ञानिकों की हां मिलने की देर है हर भारतीय तक वैक्सीन को जल्द से जल्द पहुंचाने की कोशिश की जाएगी. इसका जिक्र पीएम मोदी ने पंद्रह अगस्त को भाषण के दौरान भी किया था. पीएम मोदी ने कहा था कि हर भारतीय तक वैक्सीन पहुंचाने के रोडमैप पर काम किया जा रहा है. जबकि, 17 सितंबर को लोकसभा में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने भी कहा था कि अगले साल की शुरूआत तक कोविड-19 वैक्सीन डेवलप कर लिया जाएगा.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.