दिल्ली और मुंबई में शुरू हुआ कोरोना के तीसरे फेज का खतरा ! जानिए क्या होता है कम्युनिटी ट्रांसमिशन स्टेज
Coronavirus community transmission stage, delhi coronavirus case, mumbai coronavirus case : दिल्ली और मुंबई में लगातार बढ़ रहे कोरोनावायरस मरीजों की संख्या के बाद कम्युनिटी ट्रांसमिशन फेज को लेकर चर्चा शुरू हो गई है. दिल्ली सरकार ने केंद्र से मांगा करते हुए कहा है कि राजधानी में कम्युनिटी ट्रांसमिशन स्टेज की घोषणा करें. हालांकि केंद्र ने दिल्ली सरकार की इस मांग को ठुकरा दिया है.
नयी दिल्ली : दिल्ली और मुंबई में लगातार बढ़ रहे कोरोनावायरस मरीजों की संख्या के बाद कम्युनिटी ट्रांसमिशन फेज को लेकर चर्चा शुरू हो गई है. दिल्ली सरकार ने केंद्र से मांगा करते हुए कहा है कि राजधानी में कम्युनिटी ट्रांसमिशन स्टेज की घोषणा करें. हालांकि केंद्र ने दिल्ली सरकार की इस मांग को ठुकरा दिया है.
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि दिल्ली में कम्युनिटी ट्रांसमिशन स्टेज शुरू हो गया है. राजधानी में कई ऐसे मरीज सामने आये हैं, जिनके सोर्स के बारे में कोई जनाकारी नहीं मिली है. उन्होंने केंद्र सरकार से माग करते हुए कहा कि दिल्ली में कम्युनिटी ट्रांसमिशन स्टेज की घोषणा की जानी चाहिए. आइये जानते हैं क्या होता है कम्युनिटी ट्रांसमिशन स्टेज और मुंबई, दिल्ली में इसकी क्यों हो रही मांग.
कम्युनिटी ट्रांसमिशन फेज- कोरोनावायरस का यह तीसरा फेज होता है. इस फेज में वायरस से संक्रमित मरीज समाज में घुम घुमकर लोगों में वायरस फैलाता है, जिसके कारण यह वायरस पूरे समाज में फैलने लगता है. इस फेज में सोर्स का पता नहीं चल पाता है, जिसके कारण इसे रोकना मुश्किल हो जाता है. भारत में कम्युनिटी ट्रांसमिशन फेज रोकने के लिए ही सरकार ने लॉकडाउन करने का फैसला किया था.
दिल्ली में 10 दिनों में 10 हजार से अधिक केस- राजधानी दिल्ली में पिछले 10 दिनों में कोरोना के 10 हजार से अधिक केस सामने आये हैं. दिल्ली सरकार की रिपोर्ट के अनुसार राजधानी औसतन 1146 केस/प्रति दिन आये हैं. वहीं 27 प्रतिशत कोरोना मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. दिल्ली में 1.68 करोड़ आबादी रहती है.
मुंबई में 50 हजार से अधिक मरीज- महाराष्ट्र के राजधानी मुंबई कोरोनावायरस का हॉटस्पॉट बना हुआ है. आने वाले दिनों में मुंबई वुहान बन सकता है. मुंबई में कोरोनावायरस के 50 हजार से अधिक मरीज सामने आ चुके हैं. शहर में औसतन 1300 मरीज सामने आ रहे हैं. मुंबई में 1.23 करोड़ आबादी रहती है.
मरकज मामला के बाद भी हुआ था संदेह – दिल्ली में पहली बार निजामुद्दीन मरकज मामला सामने आने के बाद कम्युनिटी ट्रांसमिशन फेज का खतरा शुरू हुआ था. हालांकि उस वक्त सरकार ने इसे खारिज कर दिया था. बता दें कि दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज मामले में तबलीगी जमात से जुड़े तकरीबन 2000 लोग संक्रमित पाये गये थे. वहीं कई लोगों की मौत हो गई थी.
Posted By : Avinish Kumar Mishra