Coronavirus Outbreak : देश के कई राज्यों में जहां कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है, वहीं मुंबई के स्लम बस्ती धारावी में कोरोना वायरस काफी हद तक कंट्रोल हो चुका है. धारावी के कोरोना कंट्रोल मॉडल की तारीफ अब विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने भी किया है. डब्लूएचओ के डीजी टेड्रोस अधानोम गेब्रेयसस ने अपने एक बयान में कहा कि धारावी में जिस तरह से कोरोना केस कंट्रोल किया गया है, वो काबिले तारीफ है.
कैसे किया कंट्रोल- लाइव मिंट की रिपोर्ट के अनुसार धारावी में मामला सामने आने के बाद अधिकारियों ने सबसे पहले हॉटस्पॉट एरिया को चिह्नित किया, उसके बाद बीएमसी के कर्मी प्रत्येक दिन हॉटस्पॉट एरिया में सेनेटाइजर का छिड़काव शुरू की, इसके अलावा बीएमसी ने टेस्टिंग की सुविधा बढ़ाई और जो संक्रमित मिले उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया. इसके अलावा क्षेत्र में लॉकडाउन को सख्ती से लागू किया गया और लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई. धीरे धीरे इलाके में कोरोना मरीजों की संख्या कम होती गई .
चार इलाके बने थे हॉटस्पॉट- धारावी के चार इलाके कोरोना वायरस का हॉटस्पॉट बन चुका था, जिसमें डॉ. बलीगा नगर, वैभव अपार्टमेंट, मुकुंद नगर और मदीना नगर शामिल है. अधिकारियों ने इसपर रणनीति तैयार की और नगर निकाय अधिकारी नियमित रूप से उन क्षेत्रों में कीटाणुनाशकों का छिड़काव कर रहे हैं. धारावी एशिया का सबसे बड़ा झुग्गी बस्ती इलाका है, जहां करीब 15 लाख लोग रहते हैं.
ठाकरे ने दी बधाई- डब्लूएचओ द्वारा तारीफ किए जांच के बाद राज्य के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने ट्वीट किया, ‘यह हमारी अपनी धारावी के लिए बहुत बड़ी बात है जिसने वायरस को हराया है. एनजीओ, निर्वाचित प्रतिनिधियों और सबसे महत्वपूर्ण धारावीवालों के साथ राज्य सरकार और बीएमसी की टीमें इसे जारी रखें! प्रयासों को पहचानने के लिए डब्लूएचओ का धन्यवाद.
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4 अप्रैल को आया था पहला मामला- बता दें कि धारावी में कोरोना वायरस का पहला मामला 4 अप्रैल को सामने आया था. पहला मरीज धारावी के शाहू नगर इलाके में मिला था. प्रशासन को 56 वर्षीय एक मरीज में कोरोना वायरस का लक्षण दिखा था, जिसके बाद उसूल अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
Posted By : Avinish Kumar Mishra