योग गुरु रामदेव ने दावा किया है कि पतंजलि आयुर्वेद को कोविड-19 की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली विवादित दवा कोरोनिल के लिए हर दिन 10 लाख पैकेट की मांग मिल रही है. कोरोनिल दवा इम्यूनिटी बूस्टर के नाम पर बाजार में बिक रही है, जो कोरोना वायरस से जंग में शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है.
रामदेव ने बुधवार को कहा कि हरिद्वार स्थित यह कंपनी मांग को पूरा करने के लिए जूझ रही है, क्योंकि फिलहाल वह हर दिन सिर्फ एक लाख पैकेट की आपूर्ति कर पा रही है. उन्होंने दावा किया, ‘आज हमारे पास प्रतिदिन कोरोनिल के 10 लाख पैकेट की मांग है और हम केवल एक लाख की आपूर्ति कर पार रहे हैं.’ रामदेव ने कहा कि पंतंजलि आयुर्वेद ने इसकी कीमत केवल 500 रुपये रखी थी.
उन्होंने कहा, ‘कोरोना वायरस महामारी के दौर में अगर हमने इसकी अधिक कीमत, यहां तक कि 5000 रुपये लगाई होती तो भी हम आसानी से 5,000 करोड़ रुपये तक कमा सकते थे. लेकिन हमने ऐसा नहीं किया गया.’ रामदेव उद्योग संस्था एसोचैन द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘आत्म निर्भर भारत- वोकल फॉर लोकल’ को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संबोधित कर रहे थे. इससे पहले जून में रामदेव ने दावा किया था कि कोरोनिल कोविड-19 रोगियों को ठीक कर सकता है.
हालांकि, आयुष मंत्रालय ने तुरंत इसे बेचने पर प्रतिबंध लगा दिया और बाद में केंद्रीय मंत्रालय ने कहा कि पतंजलि इस उत्पाद को केवल प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की दवा के बेच सकती है और कोविड-19 के इलाज के रूप में इसे नहीं बेचा जा सकता. उन्होंने कहा, ‘हमने अपने गाय के घी को 1,300-1,400 करोड़ रुपये का सालाना ब्रांड बनाया है.’ पतंजलि समूह का अनुमानित कारोबार लगभग 10,500 करोड़ है.
बता दें कि कोरोनिल दवा लॉन्च करके बाबा रामदेव मुश्किल में फंस गए थे उनपर बिहार और राजस्थान में मुकदमा तक दर्ज किया गया. इसके अलावा कई राज्यों ने पतंजलि के कोरोनिल पर बैन लगा दिया था. हालांकि रामदेव ने इसपर कहा था कि अंतराष्ट्रीय एजेंसी नहीं चाहती है कि आयुर्वेद से कोरोना ठीक हो, जिसके कारण दुष्प्रचार में लगे हैं.
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Posted By : Avinish Kumar Mishra