Delta Plus Variant कोरोना की दूसरी लहर के कहर बरपाने के बाद देश के कई इलाकों में कोविड के नए वैरिएंट डेल्टा प्लस ने दस्तक दी है. कोरोना का नया डेल्टा प्लस वेरिएंट भारत में बड़ी तेजी के साथ फैल रहा है और कई राज्यों में डेल्टा प्लस के मरीज मिले हैं. इन सबके बीच एम्स दिल्ली में बायोकेमेस्ट्री विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. शुभ्रदीप कर्माकर ने कहा है कि नया डेल्टा वेरिएंट (News Delta Variant) काफी संक्रामक है और ये बीमारी दोबारा अक्सर नए वेरिएंट के साथ आती है, जो और भी खतरनाक हो सकता है. न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, डॉ शुभ्रदीप कर्माकर ने कहा कि इस वायरस की प्रकृति म्यूटेट करने की है.
दिल्ली एम्स में (AIIMS, Delhi) में बायोकेमेस्ट्री विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. शुभ्रदीप कर्माकर ने साथ ही कहा कि भारत सरकार जो वैक्सीन इस्तेमाल कर रही है, वह बेहद प्रभावी है. इससे बहुत सुरक्षा मिलती है. उन्होंने कहा कि जो लोग भी पात्र हैं वे जरूर वैक्सीन लगवाएं. डॉ. शुभ्रदीप कर्माकर ने कहा कि वैक्सीन की डोज लगवाने से बीमारी की तीव्रता, अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु की संभावना बहुत कम हो जाती है. ऐसा स्टडी में पाया गया है.
Every variant comes with a different kind of clinical response. In the previous variant, the oxygen level was dropping but we don't know what kind of consequences Delta plus variant will come with: Dr Subhradip Karmakar, Associate Professor, Department of Biochemistry, AIIMS pic.twitter.com/l38jvRVKHw
— ANI (@ANI) June 22, 2021
गौर हो कि देश में कोरोना वायरस की खतरनाक दूसरी लहर डेल्टा वेरिएंट के चलते आई थी. वैज्ञानिकों का कहना है कि इसका एक और खतरनाक म्यूटेशन हुआ है, जो वैक्सीन से मिलने वाली इम्युनिटी को चकमा दे सकती है. हालांकि, यह जरूरी नहीं है कि हर डरावना म्यूटेशन एक खतरनाक वायरस का रूप ले. बताया जा रहा है कि तेजी से फैलने वाला डेल्टा वैरिएंट अब डेल्टा प्लस में तब्दील हो गया है. इसमें 15 से 20 मामले तमिलनाडु, महाराष्ट्र, पंजाब और मध्य प्रदेश से मिले हैं. इसके तेजी से फैलने की क्षमता को लेकर जांच जारी है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मध्य प्रदेश के शिवपुरी में डेल्टा प्लस से संक्रमित 4 लोगों की मौत हो गई है. वहीं, महाराष्ट्र में 7500 लोगों की जांच में 21 मामले इस नए वैरिएंट के मिले हैं. जिसमें मुंबई के दो लोग शामिल हैं. इन 21 मामलों में सबसे अधिक 9 मामले डेल्टा प्लस वैरिएंट के रत्नागिरी में मिले हैं. जबकि, जलगांव में 7, मुंबई में 2, पालघर में एक, ठाणे में एक और सिंधुदुर्ग जिले में डेल्टा प्लस वैरिएंट के एक मामले मिले हैं.