Dexamethasone: 3 रुपये की इस दवा में मिला कोरोना का इलाज, इंटरनेट से लेकर मेडिकल स्टोर तक खूब हो रहा सर्च

Coronavirus Drug Dexamethasone: कॉर्टिकोस्टेरॉइड डेक्सामेथासोन, जिसे कोरोनोवायरस उपचार में प्रभावी माना जा रहा है, इसे अब अगली पुनरुद्देशित दवा होने की संभावना है जो भारतीय दवा निर्माताओं जैसे जायडस कैडिला, वॉकहार्ट, कैडिला फार्मास्युटिकल्स, जीएलएस फार्मा और वीएथ लिमिटेड को सुर्खियों में ला सकती है. कोरोनोवायरस रोगियों के लिए, दवा सस्ती है और 10 टेबल की एक पट्टी के लिए 3 रुपये से कम खर्च होती है.

By Shaurya Punj | June 17, 2020 7:26 PM

कॉर्टिकोस्टेरॉइड डेक्सामेथासोन (Dexamethasone), जिसे कोरोनोवायरस (Coronavirus) उपचार में प्रभावी माना जा रहा है, इसे अब अगली पुनरुद्देशित दवा होने की संभावना है जो भारतीय दवा निर्माताओं जैसे जायडस कैडिला, वॉकहार्ट, कैडिला फार्मास्युटिकल्स, जीएलएस फार्मा और वीएथ लिमिटेड को सुर्खियों में ला सकती है. कोरोनोवायरस (Covid-19) रोगियों के लिए, दवा सस्ती है और 10 टेबल की एक पट्टी के लिए 3 रुपये से कम खर्च होती है.

दशकों से कम लागत वाली इस दवा का उपयोग अस्थमा, एक्जिमा, एलर्जी, गठिया आदि जैसी स्थितियों के उपचार के लिए भी किया जाता है. ये गोली ओरल टैबलेट, आई ड्रॉप और ईयर ड्रॉप के रूप में बाजार में उपलब्ध रहती है.

ब्रिटेन में वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि जेनेरिक स्टेरॉयड दवा डेक्सामेथासोन ने एक ट्रायल में जो ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की एक टीम के नेतृत्व में कि गई थी में 2,104 रोगियों को ये दवा दी गई और उनकी तुलना 4,321 रोगियों के साथ की गई जिन्हें दवा नहीं मिली. दवा को वेंटिलेटर पर रोगियों के लिए एक तिहाई और ऑक्सीजन पर, ऐसे में गंभीर रूप से बीमार मरीजों में एक तिहाई तक की मौतों को कम कर दिया है.

विज्ञान से संबंधित पत्रिका ‘साइंस’ में सोमवार को प्रकाशित यह अनुसंधान इस घातक वायरस से तुरंत बचाव का रास्ता दिखाता है. शोध के दौरान उन मरीजों से रक्त के नमूने लिये, जो हल्के से गंभीर स्तर के कोरोना वायरस संक्रमण से ठीक हुए हैं. इसके बाद उन्होंने एसीई2 नामक परीक्षण कोशिकाएं विकसित कीं, जिनका इस्तेमाल कर सार्स-कोव-2 मानव कोशिकाओं में प्रवेश करता है.

प्रारंभिक प्रयोगों के दौरान टीम ने परीक्षण किया कि क्या मरीजों के एंटीबॉडीयुक्त रक्त वायरस के प्रभाव को कम कर उसे परीक्षण कोशिकाओं को संक्रमित करने से रोक सकते हैं. स्क्रिप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट के डेनिस बर्टन ने कहा कि ये शक्तिशाली एंटीबॉडी महामारी के खिलाफ तेज प्रतिक्रिया देने में बहुत कारगर साबित हो सकते हैं.

डेक्सामेथासोन को विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी द्वारा प्रतिबंधित किया गया है, जो कि पहले एक वर्ष में भारत के भाला फेंकने वाले दविंदर सिंह कांग को गंभीर सिरदर्द का कारण बना, जो उक्त स्टेरॉयड के लिए डोप परीक्षण में विफल हो गए थे.

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