Coronavirus: देश में वर्क फ्रॉम होम खोजने वालों की संख्या में 442 प्रतिशत की बढ़ोतरी, इन क्षेत्रों में अधिक मांग
Coronavirus, coronavirus impact: देश-दुनिया में कोरोना महामारी संकट बरकरार. कई देशों में कोरोना वैक्सीन को लेकर ट्रायल चल रहा है. कोराना संक्रमण काल में लोगों के घर से काम (वर्क फ्रॉम होम) करने का चलन बढ़ गया है. एक रिपोर्ट के अनुसार फरवरी से जुलाई के बीच देश में रिमोट वर्क या वर्क फ्रॉम होम की खोज में 442 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. एक ग्लोबल जॉब साइट इनडीड ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कोरोना महामारी के बीच कई नौकरियां तेजी से 'वर्क फ्रॉम होम' हो गई हैं.
Coronavirus, coronavirus impact: देश-दुनिया में कोरोना महामारी संकट बरकरार. कई देशों में कोरोना वैक्सीन को लेकर ट्रायल चल रहा है. कोराना संक्रमण काल में लोगों के घर से काम (वर्क फ्रॉम होम) करने का चलन बढ़ गया है. एक रिपोर्ट के अनुसार फरवरी से जुलाई के बीच देश में रिमोट वर्क या वर्क फ्रॉम होम की खोज में 442 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. एक ग्लोबल जॉब साइट इनडीड ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कोरोना महामारी के बीच कई नौकरियां तेजी से ‘वर्क फ्रॉम होम’ हो गई हैं.
इकनॉमिक टाइम्स के मुताबिक, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी, हेल्थकेयर और मार्केटिंग जैसे क्षेत्रों में जॉब पोस्टिंग बढ़ी है, जबकि डिलीवरी पर्सन और आईटी मैनेजर के अवसरों में तेजी देखी गई है.
इनडीड की यह रिपोर्ट फरवरी से जुलाई तक के इंफो प्लेटफॉर्म के आंकड़ों पर आधारित है. नियोक्ताओं का मानना है कि वर्क फ्रॉम होम उनके लिए अच्छा विकल्प साबित हो रहा है और उत्पादन और मनोबल में भी बढ़ोतरी हुई है.
आंकड़ों के अनुसार भारत में वर्क फ्रॉम होम की खोज फरवरी और जुलाई के बीच 442 प्रतिशत बढ़ी है, जो वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक है. इनडीड भारत के एमडी शशि कुमार ने कहा कि लचीलापन हमेशा नौकरी चाहने वालों के लिए नौकरी के अवसरों का एक महत्वपूर्ण पहलू रहा है, विशेष रूप से मिलेनियल्स जो आज भारत की आधी से अधिक आबादी के लिए काम करते हैं.
उन्होंने कहा कि इस तरह के चुनौतीपूर्ण समय में वर्क फ्रॉम होम काम करना जारी रखने में सक्षम होना न केवल नौकरी चाहने वाले की स्किल के लिए एक संपत्ति के रूप में कार्य करता है, बल्कि संगठन को निरंतरता बनाए रखने में भी मदद करता है. कुमार के मुताबिक, नौकरी करने वाले लोग घर से पैसा कमाने के अवसरों की तलाश कर रहे हैं.
Posted By: Utpal kant