भुवनेश्वरः कोरोनावायरस (COVID-19) को लेकर पूरे देश मे खौफ का माहौल बन रहा है. इस घातक वायरस के डर से कई लग तरह तरह के उपाय में जुटे हैं. इसी बीच ओडिशा से एक खबर सामने आई है जो हैरान करने वाली है. यहां कोरोना वायरस के शक में एक नवविवाहिता के साथ बुरा बर्ताव हो रहा है. उसे प्रताड़ित किया जा रहा है. ओडिशा के नबरंगपुर जिले की मुरुतमा गांव की नवविवाहिता ने अपने ससुराल वालों और पति पर दहेज की मांग को लेकर पहले बुरा बर्ताव करने और फिर कोरोनोवायरस से संक्रमित होने के संदेह पर उसे प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. पीड़िता ने कहा कि ससुराल वालों ने उसे कोरोना का मरीज बताकर एक कमरे में बंद कर दिया था.
उसकी शादी इसी दो मार्च को जयंत कुमार के साथ हुई थी. शादी के अगले दिन से ही ससुराल वाले उस पर अत्याचार करने लगे. यहां तक कि उसे कोरोना से संक्रमित बताकर बिस्तर की बजाय फर्श पर सोने कि लिए मजबूर कर दिया गया. और तो और नवविवाहिता को घर का शौचालय तक नहीं इस्तेमाल करने दिया जा रहा था. रिपोर्ट के मुताबिक, शादी के दिन नवविवाहिता के पिता ने वर पक्ष वालों को भारी भरकम पैसे और गहने दिए थे. महिला पूजा के परिवार ने जयंत कुमार के परिवार को दहेज के रूप में ढाई लाख रुपए नकद, आभूषण, बाइक और 5 लाख रुपए के कीमती सामान दिए थे. हालांकि, उसके ससुराल वाले 5 लाख रुपए की अतिरिक्त राशि की मांग करते रहे. शादी के अगले दिन से ही और पैसों की मांग को लेकर महिला को प्रताड़ित किया जाने लगा.
इसमें उसका पति भी घर वालों का साथ दे रहा था. दो दिन की प्रताड़ना के बाद उसे जुकाम और बुखार हुआ तो उसे कोरोनावायरस के असर समझ लिया. उसके बाद उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया. वह करीब 10 दिन तक बंद कमरे में रही. उसे सही ढंग से खाना भी नहीं दिया जा रहा था. वह किसी तरह से कमरे से बाहर निकली और अपने मायके पहुंच गई. अपनी पूरी बात घरवालों को बतायी और उमरकोट पुलिस थाने पहुंच कर शिकायत दर्ज करायी. पुलिस ने शिकायत के बाद महिला के पति और सुसर के हिरासत में ले लिया.
यह कोई पहला मामला नहीं है जहां कोरोना वायरस के नाम पर आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया गया हो. गौरतलब है कि कोरोना वायरस को लेकर देश-दुनिया में दहशत है. अबतक करीब 6000 लोगों की मौत हो चुकी है. चीन के बाद इटली, ईरान और स्पेन में कहर बरपा रखा है. भारत में दो लोगों की मौत हो चुकी है. 112 लोग चपेट में है.