देश में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. अब तक 7 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 20,652 लोगों की मौत हो चुकी है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की बात करें तो यहां मंगलवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 2,008 नये मामले सामने आए. इसके साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में कुल कोविड-19 मरीजों की संख्या 1,02,83 हो गई है जिनमें से 3,165 लोगों की मौत हो चुकी है.
इसी बीच दिल्ली से एक चौंकाने वाली खबर भी सामने आ रही है. जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी के सबसे बड़े कब्रिस्तान में अब सुपुर्द-ए-खाक के लिए जमीन कम पड़ गयी है. आईटीओ स्थित दिल्ली के सबसे बड़े कब्रिस्तान की यह कहानी है. कोविड-19 की शुरुआत में इस कब्रिस्तान के 5 बीघा जमीन को कोरोना से होने वाली मौत के लिए आरक्षित करने का काम किया गया लेकिन यहां की स्थिति यह है कि पिछले एक-दो महीनों में इतने लोगों का दफनाया गया है कि 5 बीघा जमीन भी कम पड़ गयी.
कब्रिस्तान प्रबंधन ने बाद में फैसला लेते हुए इसका दायरा बढ़ाया और 9 बीघा तक जमीन कोरोना से होने वाली मौत के लिए एलॉट किया. अब कब्रिस्तान प्रबंधन ने कहा है कि 9 बीघा जमीन भी कम पड़ जाएगी. इस बाबत कब्रिस्तान प्रबंधन ने दिल्ली सरकार को भी पत्र लिखा है. यहां आपको बता दें कि दिल्ली का सबसे बड़ा कब्रिस्तान आईटीओ में मौजूद है. यह कब्रिस्तान लगभग 20 से भी ज्यादा एकड़ जमीन में फैला हुआ है.
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देश में संक्रमण के मामले एक लाख होने में 110 दिन लगे थे, जबकि महज 49 दिन में ही ये सात लाख के पार पहुंच गये हैं. इस बीच, राहत की बात यह है कि देश में अब तक 61.13 प्रतिशत लोग स्वस्थ भी चुके हैं. वहीं, कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित महाराष्ट्र, तमिलनाडु और दिल्ली में संक्रमण की रफ्तार थोड़ी धीमी हुई हैं. पिछले दो दिनों से यहां कम मामले आ रहे हैं. दिल्ली में पिछले तीन हफ्तों में संक्रमण की दर लगभग 30 प्रतिशत से घट कर 10 प्रतिशत हो गयी है.
देश में अब तक 106 डॉक्टरों और 25 नर्सों की कोराना से मौत हो चुकी है. आइएमए ने बताया कि कोरोना पीड़ितों का ईलाज करते वक्त लगातार मरीजों के संपर्क में रहने से उनमें संक्रमण का स्तर काफी अधिक हो गया था. 927 डॉक्टरों अभी संक्रमित हैं.
Posted By : Amitabh Kumar