Coronavirus in India: भारत में अभी तक कोरोना वायरस (Coronavirus) का खतरा पूरी तरह नहीं थमा है. संक्रमितों की बढ़ती संख्या एक बार फिर डराने लगी है. बीते दिन मंगलवार की तुलना में आज यानी बुधवार को संक्रमितों की संख्या में 36.6 फीसदी का इजाफा हुआ है. वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ो के मुताबिक आज कोरोना (Coronavirus in India) के 1088 नए मामले सामने आये हैं. कोरोना से 26 मरीजों की मौत हुई है.
वहीं, भारत में एक दिन में कोविड-19 (Covid 19) महामारी के 1,088 नए मामले सामने से कोराना वायरस (Coronavirus) से अब तक संक्रमित हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 4,30,38,016 हो गई. वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 10,870 रह गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बुधवार सुबह आठ बजे जारी आंकड़ों के अनुसार, 26 और मरीजों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 5,21,736 पर पहुंच गई है.
भारत में पिछले 24 घंटों में #Covid_19 के 1,088 नए मामले सामने आए हैं। 1081 लोग डिस्चार्ज हुए हैं और 26 लोगों की मृत्यु हुई है।
पॉज़िटिविटी रेट: (0.25%) pic.twitter.com/OKuti3Xgfa
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 13, 2022
वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 0.03 प्रतिशत है, जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने वालों की राष्ट्रीय दर 98.76 प्रतिशत है. आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटों में 19 मरीज सार्स-कोव-2 वायरस से उबरने में कामयाब रहे हैं.
गौरतलब है कि देश में सात अगस्त 2020 को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी. वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे. देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ के पार हो गए थे. पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी. इस साल 26 जनवरी को मामले चार करोड़ के पार पहुंच गए थे.
कोरोना के खिलाफ देश के लोगों को बूस्टर डोज दी जा रही है. 18 साल से ऊपर के सभी वयस्कों को कोविड टीके की बूस्टर डोज लगनी शुरू हो गई है. सबसे खास बात है कि, दुनियाभर में बूस्टर डोज को लेकर हुई कई शोध से यह दावा किया जा रहा है कि, इससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है. आईसीएमआर की ओर से भी कहा गया है कि बूस्टर के कारण एंटीबॉडी के स्तर में बहुत बढ़ोतरी होती है.