लॉकडाउन में ढील के बीच देश में कोरोना संक्रमण का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा. देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 2 लाख 80 हजार के करीब पहुंच गयी है. कुछ राज्यों पर आकंड़ा छुपाने या कम दिखाने का आरोप भी लगा है. इस बीच, कोरोना से त्रस्त तमिलनाडु से आयी एक खबर ने सभी को सकते में डाल दिया है. तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में 200 शवों को लेकर संदेह के हालात बन गए हैं.
दावा किया जा रहा है कि इन सबकी मौत कोरोना से हुई, लेकिन राज्य सरकार की सूची में इनके नाम नहीं है.मामला सामने आने के बाद सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं. इंडियन एक्सप्रेस ने एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से लिखा है कि तमिलनाडु सरकार ने कोरोना से हुई मौतों का ऑडिट करने के आदेश दे दिए हैं.
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अधिकारी ने बताया कि ऑडिट करने का आदेश तब दिया गया जब हमने पाया कि कोविड-19 से हुई मौतों का आंकड़ा राज्य के अधिकारिक आंकड़ों में जोड़ा ही नहीं गया. उनके मुताबिक, यह अनुमान नगर निगम के रिकार्ड के प्रारंभिक रिपोर्ट पर है. इंडियन एक्सप्रेस ने अधिकारियों के हवाले से दावा किया है कि स्टाफ की कमी के चलते डेटा ठीक से अपडेट नहीं हुए हैं.
स्वास्थ्य सचिव बिला राजेश ने कहा कि इस सिलसिले में जांच के लिए 9 सदस्यों की कमेटी बनाई गई है. उन्होंने कहा, ‘हमें मौत का डेटा छिपाना नहीं है. हम ऐसा नहीं कर सकते. हम सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों से रिपोर्ट लेकर हर रोज कोरोना से हो रही मौत का सही-सही आंकड़ा दे रहे हैं. अब जबकि हमें शिकायत मिली है कि 200 शवों को लेकर सही-सही जानकारी नहीं दी गई है. हमने कमेटी बनाकर जांच के आदेश दे दिए हैं.
बता दें कि तमिलनाडु में बुधवार शाम तक कोरोना से मौत का आंकड़ा 326 पहुंच गया है. इसमें 260 मौतें अकेले चेन्नई शहर में हुई है. राज्य में कोरोना के कुल मामलों की संख्या 36,841 हो गई है, जिसमें से 17,179 कोरोना के एक्टिव मामले हैं। 19,333 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है. देश भर में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या बुधवार को करीब 2.8 लाख हो गई, जिसमें से एक-तिहाई मामले जून के माह के महज दस दिनों में सामने आये हैं.
Posted By: utpal kant