Covid19 Third Wave देशभर में डेल्टा वेरिएंट के बढ़ते मामलों से अब भारत में कोरोना की तीसरी लहर का खतरा बढ़ गया है. एक विदेशी ब्रोकरेज फर्म (Foreign Brokerage Firm) ने चेतावनी देते हुए कहा है कि भारत में कोरोनोवायरस के डेल्ट वेरिएंट के बढ़ते मामलों और वायरस के म्यूटेशन (Mutation) से अब भारत में तीसरी लहर के आने के खतरे को बढ़ा दिया है.
पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूबीएस सिक्योरिटीज इंडिया (UBS Securities India) की मुख्य अर्थशास्त्री तनवी गुप्ता जैन ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर का खतरा अब और भी ज्यादा वास्तविक हो गया हैं. उन्होंने कहा कि आर्थिक गतिविधियों में क्रमिक रूप से सातवें हफ्ते से 12 जुलाई तक सुधार हुआ है. साथ ही कई राज्यों ने धीरे-धीरे प्रतिबंधों में ढील दी है. रिपोर्ट में कहा गया है कि वैक्सीनेशन की रफ्तार भी धीमी होकर प्रति दिन 3.4 मिलियन खुराक से कम हो गई है. जबकि, पहले यह आंकड़ा चार मिलियन खुराक था. वहीं, भारत में रोज आने वाले मामले नए मामलों में 45 फीसदी केस ग्रामीण इलाकों से आ रहे हैं.
अर्थशास्त्री तनवी गुप्ता जैन ने कहा कि हालांकि, दैनिक कोविड मामलों की संख्या में कमी आई है. रिपोर्ट में कहा गया है प्रतिदिन कोरोना के आने वाले नए मामलों में 20 फीसदी केस टॉप 20 जिलों से आ रहे हैं. बताया गया कि कोरोना की दूसरी लहर अभी तक पूरी तरह खत्म नहीं हुई है और तीसरी लहर पहले ही मजबूती से स्थापित हो चुकी है. एक महीने पहले तक ये आंकड़ा केवल 5 फीसदी था.
तनवी गुप्ता जैन के अनुसार, इकोनॉमिक प्वाइंटर्स सामान्य स्थिति में वापस आ रहे हैं. फिर, भी वे मिक्सड हैं. उन्होंने कहा कि देश में रेलवे और घरेलू एयरलाइन यात्री यातायात में और सुधार हुआ है. लेकिन, यूबीएस-इंडिया गतिविधि संकेतक के अनुसार, नई रिपोर्टिंग हफ्ते के लिए टोल कलेक्शन में गिरावट आई है. बता दें कि यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है, जब भारत ने कोरोना मामलों में लगातार बढ़ोतरी शुरू हो गई, जिसमें पिछले 24 घंटों में देश में 41,806 नए मामले सामने आए है, जबकि बुधवार को 38,792 नए मामले आए थे. वहीं, मंगलवार को दैनिक मामले की संख्या 31 हजार के पार पहुंची थी.
इस बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक डॉक्टर टैड्रॉस ऐडहेनॉम घेबरेयेसस ने बुधवार को कहा कि कोरोना महामारी अब तीसरी लहर के प्रारंभिक चरण में है. संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में टैड्रॉस ऐडहेनॉम घेबरेयेसस के हवाले से कहा गया है, डेल्टा वेरिएंट अब 111 से अधिक देशों में हैं और हम मानते हैं कि यह दुनिया में सबसे ज्यादा फैल रहा कोविड-19 का प्रकार होगा. डॉक्टर टैड्रॉस ने कहा कि वायरस लगातार अपना रूप बदल रहा है, जिससे ज्यादा तेजी से फैलने वाले प्रकार उभर रहे हैं.