पूर्व केंद्रीय मंत्री व लद्दाख से तीन बार कांग्रेस के सांसद रहे फुनसुग नामग्याल (Phunsog Namgyal) का सोमवार रात 83 साल की उम्र में निधन हो गया. वो कई बीमारियों के साथ-साथ कोरोना वायरस से भी ग्रसित थे. होम कोरेंटिन में तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया था. डीडी न्यूज के मुताबिक, स्वास्थ्य विभाग ने अब तक उनकी मौत का स्पष्ट कारण नहीं बताया है.
कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे नामग्याल ने लेह के एनएनएम अस्पताल में सोमवार तड़के अंतिम सांस ली. लद्दाख में कोरोना से यह पहली मौत है. मौत के बाद उनका सैंपल लिया गया था जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है. जिला प्रशासन ने अब उनके संपर्क में आए लोगों की ट्रेसिंग शुरू कर दी है. नामग्याल की निधन की सूचना के बाद कई स्थानीय कांग्रेसी नेता सहित कई लोग उनके घर पहुंचे और शोक व्यक्त किया.
लद्दाख में बौद्धों के बीच में बहुत सम्मानित नेता नामग्याल किसान और सामाजिक कार्यकर्ता होने के अलावा खेल और संगीत में भी रुचि रखते थे. उन्होंने तत्कालीन जम्मू और कश्मीर राज्य में राज्य महासचिव और महासचिव के रूप में भी काम किया. उनके परिवार में उनकी पत्नी और तीन बेटियों हैं.
उनके परिवार के करीबी सूत्रों ने बताया कि नामग्याल लगभग एक पखवाड़े पहले दिल्ली से लौटे थे. 1960-73 और फिर 1974-80 तक, वह सातवीं लोकसभा के लिए चुने जाने तक तत्कालीन जम्मू और कश्मीर विधान परिषद के सदस्य बने रहे. चार साल बाद 1984 में, उन्हें फिर से लोकसभा के लिए चुना गया और उन्होंने केंद्र सरकार को 1988-89 के बीच केंद्रीय उप मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया. वह 1996 में तीसरी बार लोकसभा के लिए चुने गए थे.