कोरोनावायरस के कहर के मद्दनेजर देश के कई शहरों में मास्क और सैनिटाइजर की मांग बढ़ गई है. कई शहरों के बाजार में मास्क और सैनिटाइजर की किल्लत भी पैदा हो गई है. दुकानदार इसका फ़ायदा उठकर महंगे दाम पर इसे बेच रहे हैं जिसपर सरकार ने एक्शन लिया है. आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत जारी आदेश के मुताबिक, सरकार ने मास्क (2 प्लाई व 3 प्लाई सर्जिकल मास्क, एन95 मास्क) व हैंड सैनिटाइजर को 30 जून, 2020 तक आवश्यक वस्तु घोषित किया है. इस फैसले से केंद्र व राज्यों को मास्क व हैंड सैनिटाइजर के उत्पादन, गुणवत्ता व वितरण को नियमित करने का अधिकार मिलेगा. अधिनियम के तहत अपराध में लाइसेंस रद्द करने के साथ ही सात साल तक की सजा का प्रावधान है.
जरूरी उत्पाद सूची में शामिल किए जाने के बाद राज्य सरकारें अब ऐसे वेंडर और दुकानदारों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर सकती हैं जो कीमत बढ़ाकर इसे बेच रहे हैं. सरकार अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रही है कि मास्क और सैनिटाइजर की सप्लाई में कोई कमी नहीं आए. सरकार ने नाप तौल कानून के तहत एक एडवाइजरी भी जारी की है ताकि मास्क और सैनिटाइजर को अधिकतम ख़ुदरा क़ीमत यानि एमआरपी पर बिक्री सुनिश्चित की जा सके. इसके साथ ही उपभोक्ता मंत्रालय ने लोगों को केंद्र और राज्य स्तर पर काम करने वाले राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन पर भी शिकायत करने की सलाह दी है. इसके लिए फोन नम्बर 1800-100-400 पर कॉल करके शिकायत दर्ज करवा सकते हैं. शिकायत दर्ज़ करवाने के लिए राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन ( National Consumer Helpline ) की वेबसाइट का भी उपयोग किया जा सकता है.
इधर, दिल्ली में लोगों को मास्क मिलने में दिक्कत हो रही है. मेडिकल स्टोर वाले मास्क नहीं बेच रहे. उनका कहना है कि थोक व्यापारी ज्यादा में बेच रहे हैं. फिर अगर वे आगे ज्यादा में बेचते हैं तो ग्राहक उनसे लड़ते हैं. कुछ मेडिकल स्टोर पर मास्क के लिए लोग लाइन में भी नजर आए. बता दें कि देश और दुनिया में कोराना वायरस ने कहर बरपा रखा है. भारत में जो कुल 83 मामले हैं उसमें 66 भारतीय और 17 विदेशी शामिल. इसमें 10 ठीक हुए. दो की मौत हो चुकी है. वहीं कोरोना वायरस महामारी से चीन में मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. 13 और लोगों की मौत के साथ इस संक्रामक बीमारी से मरने वाले लोगों की संख्या 3,189 पर पहुंच गई है जबकि 11 नए मामलों के साथ इससे संक्रमित लोगों की संख्या 80,824 पर पहुंच गई है.
दुनियाभर में इससे पांच हजार लोगों की मौत हो चुकी है. अमेरिका में आपातकाल लगा दिया गया है. कनाडा के संसद को बंद कर दिया गया है. वहां के प्रधानमंत्री घर से देश को चला रहे हैं.