Coronavirus in India: जहां चीन में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है वहीं भारत में कोरोना वायरस के एक्सबीबी.1.5 वैरिएंट की संख्या बढ़कर सात हो गयी है. भारतीय सार्स-सीओवी-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (इन्साकॉग) के आंकड़ों में इस बात की जानकारी दी गयी है. आपको बता दें कि अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमण के नये मामलों में वृद्धि के लिए इसी वैरिएंट को जिम्मेदार बताया जा रहा है.
इन्साकॉग के आंकड़ों की मानें तो सात मामलों में से तीन गुजरात में और एक-एक कर्नाटक, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ तथा राजस्थान में पाये गये हैं. कोरोना वायरस का एक्सबीबी.1.5 वैरिएंट ओमिक्रोन एक्सबीबी वैरिएंट का ही एक सब वैरिएंट है, जो ओमिक्रोन बीए.2.10.1 और बीए.2.75 सब वैरिएंट का पुनः संयोजक है.
अमेरिका में कोरोना वायरस से संक्रमित 44 प्रतिशत मरीजों में एक्सबीबी और एक्सबीबी.1.5 वैरिएंट ही पाया गया है. इन्साकॉग के अनुसार ओमिक्रोन के बीएफ.7 सब बैरिएंट के भी सात मामलों की पुष्टि हुई है, जिनमें से पश्चिम बंगाल में चार, गुजरात में दो और ओडिशा में एक मामला सामने आया है. चीन में कोविड-19 महामारी की मौजूदा भयावह लहर के लिए कोरोना वायरस के इसी स्वरूप को जिम्मेदार माना जा रहा है.
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देश में 24 दिसंबर से तीन जनवरी के बीच कोविड-19 संक्रमित पाये गये 124 अंतरराष्ट्रीय यात्रियों में ओमिक्रोन के 11 सब वैरिएंट पाये गये हैं और ये सभी वैरिएंट यहां पहले से मौजूद हैं. सूत्रों ने बताया कि इस अवधि के दौरान कुल 19,227 अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की कोविड जांच की गयी, जिनमें से 124 कोरोना वायरस से संक्रमित मिले और इन सभी को आइसोलशन में रखा गया है.
चीन की राजधानी बीजिंग में करोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच अस्पतालों में बिस्तरों की कमी हो गयी है और मरीजों को अस्पताल के गलियारों में स्ट्रेचर या व्हीलचेयर पर बैठकर ऑक्सीजन लेते देखा जा सकता है.
भाषा इनपुट के साथ