Coronavirus in Maharashtra : कोरोना वायरस जैसी बीमारी से लड़ाई में फ्रंटलाइन वॉरियर्स डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ का दर्जा इस वक्त किसी फरिश्ते से कम नहीं है. वह दिन रात लग कर कोरोना महामारी को हराने का काम कर रहे हैं. महाराष्ट्र के एक ऐसा घटाना घटी है जो फ्रंटलाइन वॉरियर्स डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ पर सवाल उठा रहा हैं. महाराष्ट्र के पुणे में जंबो अस्पताल से एक 33 वर्षीय महिला लापता हो गई है. कोरोना से संक्रमित होने के बाद महिला का पुणे में जंबो अस्पताल में इलाज चल रहा था और अब वह लापता हैं.
महाराष्ट्र के पुणे में घटी इस घटना के बाद महिला के परिवार के लोग अस्पताल के बाहर ही धरने पर बैठ गये है. अस्पताल से लापता हुई महिला की मां से अस्पताल पर आरोप लगाते हुए कहा कि ‘मेरी बेटी 29 अगस्त से लापता है. अस्पताल के अधिकारियों का कहना है कि उसे कभी अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया था। मैंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.’ वहीं पुणे नगर निगम की आयुक्त रूबल अग्रवाल ने इस पूरे मामले पर जानकारी देते हुए कहा कि मामले को लेकर नगर निगम के अधिकारी परिवार के साथ बैठकें कर रहे हैं. हमने इस मामले के बारे में पुलिस द्वारा मांग की गई जानकारी साझा की है.
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बता दें कि महाराष्ट्र में एक बार फिर कोरोना के 21 हजार से अधिक नए मामले सामने आए हैं. राज्य के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में महाराष्ट्र में कोविड-19 के 21 हजार 29 नए केस दर्ज किए गए हैं. नये मामलों के मिलने के साथ ही महाराष्ट्र में कोरोना के कुल मरीजों की संख्या 12 लाख के पार हो गयी है. वहीं देश में 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 86,703 मामले मिले और 87,458 लोग रिकवर हुए। इसके साथ ही संक्रमितों की संख्या 57 लाख 30 हजार 184 हो गई है, जबकि 46 लाख 71 हजार 850 लोग रिकवर हो चुके हैं