लॉकडाउन प्रभावः एक घंटे से ज्यादा अखबार पढ़ने वालों की संख्या बढ़कर दोगुने से ज्यादा हुई
coronavirus lockdown update, india lockdown impact कोरोना वायरस के चलते पूरे देशभर में लगे लॉकडाउन को आज (24 अप्रैल) से 30 दिन पूरे हो गए. इस एक महीने में मानो दुनिया ही बदल गयी. लोगों के जीने के तौर-तरीके बदल गये. लॉकडाउन ने लोगों की पढ़ने की आदतों में बड़ा बदलाव किया है. एक सर्वे से पता चला है कि विश्वसनीयता के चलते अखबारों से पाठकों का जुड़ाव और गहरा हुआ है.
कोरोना वायरस के चलते पूरे देशभर में लगे लॉकडाउन को आज (24 अप्रैल) से 30 दिन पूरे हो गए. इस एक महीने में मानो दुनिया ही बदल गयी. लोगों के जीने के तौर-तरीके बदल गये. लॉकडाउन ने लोगों की पढ़ने की आदतों में बड़ा बदलाव किया है. एक सर्वे से पता चला है कि विश्वसनीयता के चलते अखबारों से पाठकों का जुड़ाव और गहरा हुआ है. एवांस फील्ड एंड ब्रांड सॉल्यूशंस (Avance Field & Brand Solutions) ने लॉकडाउन के दौरान पाठकों के अखबार पढ़ने के समय पर राज्यों में सर्वेक्षण किया है.
इसके मुताबिक देश में करीब 38% पाठक रोज एक घंटे से ज्यादा समय अखबार पढ़ने के लिए दे रहे हैं. जबकि लॉकडाउन से पहले ऐसे पाठकों की संख्या 16% थी. 13 अप्रैल से 16 अप्रैल के बीच फोन के माध्यम से अलग-अलग राज्यों में हुए इस सर्वेक्षण से कई अहम निष्कर्ष निकले हैं. इससे न केवल पाठकों के अखबार पढ़ने के तरीके में बदलाव का पता चलता है बल्कि पढ़ने के वक्त में बड़े परिवर्तन की भी जानकारी मिलती है. जैसे कि लॉकडाउन से पहले 42% पाठक अखबार को 30 मिनट से ज्यादा समय देते थे. अब 30 मिनट से ज्यादा समय तक अखबार पढ़ने वाले पाठकों की संख्या बढ़कर 72% हो गयी है.
अखबार पर एक घंटे तक का समय
लॉकडाउन से पहले जो पाठक अखबार पढ़ने के लिए औसतन 38 मिनट का समय देते थे, अब वे 60 मिनट तक का समय दे रहे हैं. पहले मात्र 16 फीसदी लोग ही ऐसा करते थे. यह भी पता चला कि 58% लोग एक बार में पूरा अखबार पढ़ लेते हैं, जबकि 42% पाठक ऐसे हो गए हैं जो अब सुबह से रात तक अलग-अलग वक्त में अखबार पढ़ते हैं, यानी अखबार से अब उनका जुड़ाव बढ़ रहा है.