दिल्ली में मौजूद प्रवासी मजदूरों को डीटीसी की बसों से आनंद विहार ले जाने के मामले में दिल्ली पुलिस ने कई बस चालकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को दिल्ली के कई इलाकों से आनंद विहार आईएसबीटी तक ले जाने के आरोप में दिल्ली पुलिस ने 44 डीटीसी और क्लस्टर बसों पर एफआईआर दर्ज किया है. लॉकडाउन के दौरान नियमों का उल्लंघन कर भारी संख्या में मजदूर दिल्ली से दूसरों राज्यों में पलायन करने लगे थे. एफआईआर में कहा गया है कि बस ड्राइवर, कंडक्टर और DIIMT (दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी-मोडल ट्रांजिट सिस्टम) के प्रमुख सीके गोयल और अन्य सरकारी कर्मचारियों ने अपराध किया है. साथ ही ये भी लिखा है कि जब डीटीसी बस ड्राइवरों से पूछा गया कि वे कोई टिकट जारी किए बिना यात्रियों को क्यों ले जा रहे हैं, तो उन्होंने कहा कि ऊपर से आदेश है.
Delhi Police has booked 44 Delhi Transport Corporation bus drivers for carrying migrant labourers on 29th March. The FIR states "the bus drivers, conductors and head of DIIMTS (Delhi Integrated Multi-Modal Transit System) CK Goyal&other Govt servants have committed an offence."
— ANI (@ANI) April 1, 2020
बता दें कि पीएम मोदी द्वारा लॉकडाउन के ऐलान के बाद हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर दिल्ली से पैदल ही घर के लिए चल निकले थे. इसके बाद दिल्ली से डीटीसी बसों में भरकर मजदूरों को आनंद विहार और अन्य जगहों पर पहुंचाया गया था. अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली के बदरपुर, वसंत विहार, हरीनगर, आनंद पर्वत, उत्तम नगर, मंगोलपुरी, मुनिरका और पंजाबी बाग सहित अलग-अलग इलाकों से प्रवासी श्रमिकों को ड्राइवर बसों से ले गए थे. गौरतलब है कि लॉकडाउन का उल्लंघन करने के आरोप में दिल्ली पुलिस ने अलग-अलग स्थानों से 4053 लोगों को हिरासत में लिया है. बाद में इन सभी को कानूनी कार्यवाही करके और चेतावनी देकर छोड़ दिया.
दिल्ली पुलिस पुलिस प्रवक्ता एसीपी अनिल मित्तल ने बताया, बुधवार शाम पांच बजे तक दिल्ली में पुलिस द्वारा आईपीसी की धारा 188 के तहत 249 मामले दर्ज किए गए थे. बुधवार को दिल्ली पुलिस ने दिल्ली पुलिस एक्ट की धारा 66 के तहत 515 वाहनों को भी जब्त किया. जबकि ए अप्रैल यानी बुधवार को अलग-अलग जिलों में 1022 मूवमेंट पास जारी किए गए.