Corona New Variants Cases In India केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण (Union Health Secretary Rajesh Bhushan) ने मंगलवार को बताया कि भारत में यूके के 807 वेरिएंट, दक्षिण अफ्रीका के 47 वेरिएंट और 1 ब्राजीलियन वेरिएंट के केस मिले हैं. स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि देशभर में कोरोना संक्रमण की तेज रफ्तार जारी है. पिछले 24 घंटों में भारत में 56,000 से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं, जबकि 271 लोगों की मौत हुई है.
बताया गया कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार को जहां 1904 नए पॉजिटिव केस सामने आए थे, वहीं, मंगलवार को दिल्ली में 992 नए मामलों की पुष्टि हुई है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि देश के जिन 10 जिलों में कोरोना के सबसे ज्यादा एक्टिव केस हैं, उसमें 8 महाराष्ट्र से हैं. साथ ही सबसे ज्यादा मामलों में दिल्ली भी शामिल है. पंजाब में कोरोना के कहर को देखते हुए प्रतिबंधों को 31 मार्च से बढ़ाकर 10 अप्रैल कर दिया गया है.
जानकारी के मुताबिक, भारत में कोरोना के मामले पिछले साल 7 अगस्त को 20 लाख के पार चले गए थे. इसके बाद संक्रमण के मामले 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख के पार चले गए थे. दुनिया भर में फैले कोरोना महामारी से संक्रमण के मामले 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ की संख्या पार कर गए थे.
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के मुताबिक, 29 मार्च तक कुल 24,26,50,025 नमूनों की जांच की गई है. जिनमें से 7,85,864 नमूनों की जांच गत सोमवार को की गई. कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले 24 घंटे में मामलों में कुछ कमी सोमवार को होली के दिन जांच में कमी के कारण से हो सकती है. आईसीएमआर के अनुसार रविवार को 9,13,319 नमूनों की जांच की गई थी.
समाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के अनुसार, मंत्रालय ने बताया कि गत 24 घंटे में जिन 271 मरीजों की मौत हुई है, उनमें महाराष्ट्र से 102, पंजाब से 59, छत्तीसगढ़ के 20, कर्नाटक के 16, तमिलनाडु के 14 और केरल के 11 मरीज शामिल हैं. आंकड़ों के मुताबिक देश में अब तक कोविड-19 से 1,62,114 मरीजों की जान गई है जिनमें महाराष्ट्र के 54,283, तमिलनाडु के 12,684, कर्नाटक के 12,520, दिल्ली के 11,012, पश्चिम बंगाल के 10,325, उत्तर प्रदेश के 8,790, आंध्र प्रदेश के 7,210 और पंजाब के 6,749 लोग शामिल हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि मौत के 70 प्रतिशत मामले उन लोगों से जुड़े हैं जो पहले से किसी और बीमारी से पीड़ित थे. मंत्रालय ने कहा, हम अपने आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के आंकड़ों से मिलान कर रहे हैं.
Upload By Samir