कोरोना काल के दौर में देश की अर्थव्यवस्था की खराब हालत को देखते हुए रेटिंग एजेंसी मूडीज (Moody’s) ने भारत की सॉवरेन रेटिंग को घटा दिया है. साथ ही कहा है कि वित्त वर्ष यानी 2020-21 में भारतीय अर्थव्यवस्था में 4 फीसदी की गिरावट आ सकती है. ऐसे में कांग्रेस की ओर से निशाना साधा गया है कि कोरोना संकट से पहले ही ये हाल है, तो बाद में क्या होगा.
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कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने ट्वीट कर पीएम मोदी पर तंज कसा है. उन्होंने लिखा है कि 6 साल में परिवर्तन हुआ है, लेकिन मूडी ने जीडीपी की रैंकिंग को डाउनग्रेड कर दिया है. कांग्रेस नेता ने पूछा कि मोदी जी कहां गए?
छे साल का परिवर्तन
आज मूडी का डाउंग्रेडसरकार के मुद्दे :
विवाद से जुड़े :
१)लव जिहाद
२)घर वापसी
३)सर्जिकल स्ट्राइक
४)ट्रिपल तलाक़
५)३७०
६)यू॰ए॰पी॰ए॰
७)सी॰ए॰ए॰
८)एन॰आर॰सी॰देश के मुद्दे :
हेल्थ
शिक्षा
बेरोज़गारी
ग़रीबी
मिड्डलक्लास
आर्थिक मंदीकहाँ गए मोदी जी ?
— Kapil Sibal (@KapilSibal) June 2, 2020
इस ट्वीट में कपिल सिब्बल ने कई मुद्दे बताए गए, जिनमें सरकार और देश के मुद्दों को अलग-अलग रखा गया. उन्होंने ट्वीट में एक तरफ देश के मसलों पर गरीबी, शिक्षा को रखा, तो सरकार के मुद्दों में लव जिहाद और घर वापसी को रखा. बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल मोदी सरकार पर हमलावर हैं. इससे पहले उन्होंने पीएम केयर्स फंड पर सवाल उठाए थे.
उन्होंने प्रवासी मजदूरों की समस्या और लॉकडाउन के तरीके पर सरकार से कई सवाल पूछे थे. उन्होंने यहां तक कह दिया कि सरकार को पता नहीं है देश कैसे चलाना है.गौरतलब है कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का एक साल पूरा होने पर सरकार की ओर से उपलब्धियां गिनाई जा रही हैं. इनमें जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना, नागरिकता संशोधन एक्ट, तीन तलाक बिल, राम मंदिर निर्माण की प्रक्रिया शुरू होना समेत कई बड़े मसलों को गिनाया जा रहा है. दूसरी ओर कांग्रेस लगातार सरकार पर आर्थिक मोर्चे पर विफल होने को लेकर निशाना साध रही है.
कांग्रेस नेता और वायनाड सांसद राहुल गांधी ने सरकार को निशाने पर लिया. कांग्रेस नेता ने ट्वीट किया, मूडीज ने मोदी द्वारा भारत की अर्थव्यवस्था को संभालने को कबाड़ (जंक) वाली रेटिंग से एक कदम ऊपर रखा है. गरीबों और एमएसएमई क्षेत्र को समर्थन की कमी का मतलब है कि अभी और अधिक खराब स्थिति आने वाली है।’
रेटिंग एजेंसी मूडीज इनवेस्टर्स सर्विस ने सोमवार को भारत की सॉवरेन (राष्ट्रीय) क्रेडिट रेटिंग को पिछले दो दशक से भी अधिक समय में पहली बार ‘बीएए2’ से घटाकर ‘बीएए3’ कर दिया. एजेंसी ने कहा है कि नीति निर्माताओं के समक्ष आने वाले समय में निम्न आर्थिक वृद्धि, बिगड़ती वित्तीय स्थिति और वित्तीय क्षेत्र के दबाव जोखिम को कम करने की चुनौतियां खड़ी होंगी. मूडीज का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष के दौरान भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में चार फीसदी तक गिरावट आ सकती है.
भारत के मामले में पिछले चार दशक से अधिक समय में यह पहला मौका होगा जब पूरे साल के आंकड़ों में जीडीपी में गिरावट आएगी.‘बीएए3’ सबसे निचली निवेश ग्रेड वाली रेटिंग है. इसके नीचे कबाड़ वाली रेटिंग ही बचती है. एजेंसी ने कहा है कि मूडीज ने भारत की स्थानीय मुद्रा वरिष्ठ बिना गारंटी वाली रेटिंग को भी बीएए2 से घटाकर बीएए3 कर दिया है. इसके साथ ही अल्पकालिक स्थानीय मुद्रा रेटिंग को भी पी-2 से घटाकर पी-3 पर ला दिया गया है. मूडीज ने इससे पहले 1998 में भारत की रेटिंग को कम किया था.