नयी दिल्ली : दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज के मुखिया (Nizamuddin Tablighi Jamaat Chief) मौलाना साद (Maulana Saad ) ने अपना कोरोना वायरस टेस्ट करा लिया है. तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) चीफ मौलाना साद के वकील के मुताबिक साद की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आयी है. मालूम हो दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मौलाना साद को कोरोना टेस्ट कराने के लिए कहा था और पुलिस के ही कहने पर मौलाना साद का कोरोना टेस्ट करवाया गया. वकील के अनुसार साद क्राइम ब्रांच के सामने पेश हो सकता है.
मालूम हो निजामुद्दीन मरकज में हुए कार्यक्रम के बाद देश में कोरोना संकट तेजी से बढ़ा है. मरकज में शामिल हुए हजारों लोग देश के विभिन्न राज्यों में गये और जिसके कारण देश में कोरोना संक्रमण में तेजी आयी. स्वास्थ्य विभाग ने भी माना था कि देश में तबलीगी के कारण कोरोना के केस में बढ़ोतरी हुई है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी कहा था कि दिल्ली में मरकज के कारण कोरोना के 63 प्रतिशत केस सामने आये.
बहरहाल दिल्ली सहित देश में मरकज का मामला सामने आने के बाद से ही मौलाना साद गायब है. उसे कई दिनों से क्राइम ब्रांच की टीम ढूंढ रही है, लेकिन साद अब तक पकड़ में नहीं आया है.
मालूम हो दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज के मुखिया मौलाना साद की मोहल्ला मुफ्ती स्थित ससुराल में दो रिश्तेदारों की रिपोर्ट में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने के बाद मौलाना के सास-ससुर के नमूने पिछले सप्ताह जांच के लिये भेजे गये थे. साद के जिन दो करीबियों की रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि हुई थी, वे दोनों दक्षिण अफ्रीका और फ्रांस से लौटे थे.
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दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद कांधलवी के फार्महाउस पर 23 अप्रैल को छापेमारी की. लॉकडाउन के आदेशों का उल्लंघन कर दिल्ली में धार्मिक सभा का आयोजन करने के लिए कांधलवी पर मुकदमा दर्ज है. अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश के शामली जिले में स्थित कांधलवी के फार्महाउस पर छापेमारी की गई. शहर के निजामुद्दीन पुलिस थाने में दर्ज शिकायत के आधार पर कांधलवी और सात अन्य लोगों पर लॉकडाउन के दौरान आदेश का उल्लंघन कर सभा आयोजित करने के लिए मामला दर्ज किया गया था.
आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 304 और अन्य धाराओं में निजामुद्दीन के थाना प्रभारी ने मामला दर्ज किया था. मार्च में निजामुद्दीन में आयोजित हुए तबलीगी जमात के कार्यक्रम में कई लोगों ने हिस्सा लिया था और उनमें से बहुत से लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी. इसके बाद निजामुद्दीन क्षेत्र को संक्रमण की अधिकता वाल क्षेत्र (हॉटस्पॉट) घोषित कर दिया गया था.
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दूसरी ओर तबलीगी जमात के नेता मौलाना साद कंधालवी ने उपचार के बाद कोविड-19 के संक्रमण से मुक्त हो चुके लोगों से रक्त प्लाज्मा दान करने की अपील की ताकि कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का इलाज किया जा सके.
मंगलवार को जारी एक पत्र में कंधालवी ने कहा कि वह और तबलीगी जमात के कुछ अन्य सदस्यों ने खुद को पृथकवास में रखा हुआ है. यह पत्र आप विधायक अमानतुल्ला खान ने अपने ट्विटर हैंडल पर साझा किया. कंधालवी ने कहा कि खुद को पृथकवास में रखे ज्यादातर सदस्यों में कोराना वायरस की जांच में कोई संक्रमण नहीं पाया गया.
उसने कहा, जो संक्रमित पाए गए हैं उनमें से ज्यादातर का इलाज चल रहा है और अब वे स्वस्थ हो चुके हैं. मैं और कुछ अन्य ने खुद को पृथकवास में रखा हुआ है. कंधालवी ने कहा यह जरूरी है कि इस बीमारी से उबर चुके लोगों को उनके लिए रक्त प्लाज्मा दान करना चाहिए जो अब भी इस वायरस के संक्रमण से जूझ रहे हैं और उनका इलाज चल रहा है. कांधलवी ने अपने अनुयायियों से अपील की थी कि वे रमजान के महीने के दौरान अपने घरों में ही नमाज अदा करें.